भोपाल- हर मनुष्य के पास असीम शक्तियां है, जरूरत है उन्हेपहचानने की। शक्तियां सबके पास है पर ज्यादातर लोग अपनी शक्तियों को पहचानते नही है। यह विचार साकेत नगर के सुभाष खेल मैदान मे भावना योग शिविर के दौरान मुनि श्री प्रमाण सागर जी महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा हम अपनी आत्मशक्तियो को पहचाने हमारे पास चार मौलिक शक्तियां है शरीर की शक्ति, वचन की शक्ति, मन की शक्ति, और आत्म शक्ति। चारो शक्तिया अपार है बहुत थोड़े लोग ही है जो अपनी शक्ति को पहचानते है। ध्यान रखिए शरीर अकेले चलने मे असमर्थ है। शरीरकी क्रियाओं को मन नियंत्रित करता है। जिससे हमारा मन जुड़ जाता है वह शक्तियां अपने आप उदघाटित हो जाती है हमारे जैसे भाव और विचार होते है उस प्रकार के रसायन ग्रंथियों से रिसने लगते है इनकी क्रियाये हमारे भावो से जुड़ी रहती है। हमारी शरीर की शक्तियो को भाव धारा के परिवर्तन से उदघाटित कर सकते है। इतनी असीम शक्तियां हमारे पास है उन्हें जगाने का प्रयत्न करो भावना योग का मूल मंत्र यही है।
ऑस्ट्रिलिया से 12 सदस्य दल भोपाल आया है भावना योग शिविर के दौरान सदस्यों ने मुनि श्री को श्रीफल समर्पित कर आशीर्वाद लिया व भावना योग शिविर मे शामिल हुए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी