नासिर खान बैराड़ -नगर में मच्छरों का डंक दिन-प्रतिदिन हावी हो रहा है। मच्छर जनित बीमारियों मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के रोगियों में लगातार इजाफा हो रहा है। हैरानी की बात तो यह है लोगों को इन गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए हजारों रुपए की लागत से नगर परिषद ने मिनी फॉगिंग मशीन खरीदी है लेकिन हकीकत में लोगों को मच्छर से बचाव के लिए फॉगिंग दवा का छिड़काव करने वाली वाली फॉगिग मशीन खराब पड़ी है। नगर में मानसून व बारिश से पैदा होने वाले मच्छरों व मच्छरों के लार्वा को खत्म करने के लिए नगर परिषद के पास केवल एक फॉगिंग मशीन है वह भी अधिकारियों की लापरवाही के कारण खराब पड़ी हैं, जिसे ठीक नहीं करवाया जा रहा है। नगर में विगत वर्ष पहले भी मलेरिया व डेंगू के मच्छरों के हमले से पुराने बैराड़ गाँव में सैकड़ों लोग बीमार पड़े गए थे।बरसात के बाद इस मौसम में मच्छरों का हमला बढ़ता चला जा रहा है। मच्छरों से बचाव के लिए नगर परिषद प्रशासन की लापरवाही का अंदाजा केवल इस बात से लगया जा सकता है कि परिषद की बैठक में मच्छर मारने की दवा खरीदी की मंजूरी के बाद भी नप के अधिकारियों ने समय रहते दवाइयों की खरीद नहीं कि मच्छरों के काटने से परेशान नगरवासियों ने जब मच्छर मारने की दवाईयों के छिड़काव की मांग की तब कहीं जाकर जिम्मेदारों की नींद खुली आनन फानन में नगर परिषद द्वारा कोटेशन रेट पर 1लाख 10 हजार रुपये की दवा खरीदी नगरवासियों की शिकायत के बाद सोमवार को केवल नगर के मुख्य बाजार में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव करने का दिखावा कर नगर परिषद से प्राप्त बजट को खुर्दबीन करने का उपक्रम किया जा रहाहै वहीं फॉगिंग मशीन खराब होने से दवा का छिड़काव किए बिना ही नगर निवासियों को मच्छरों के हमले से सुरक्षा करनी पड़ रही है।
नगर के 15 वार्डों में शायद ही कोई ऐसा वार्ड हो जहां पर कीचड़ और जलभराव की स्थिति न हो। यहां पर मच्छरों के पैदा होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। हैरानी की बात तो यह है नगर के 15 वार्ड हैं, जिसमें करीब 30 हजार से अधिक लोग निवास कर रहे हैं। वार्डों में मच्छरों के बचाव के लिए मात्र एक फॉगिंग मशीन है जो कि अभी तक लोगों को नगर में देखने नहीं मिली, यह केवल शोपीस बनकर रह गई। हालांकि नगर परिषद द्वारा कागजों में इसे लगातार चलाया जा रहा है।
पनप रहे मच्छर-नगर सहित नगर परिषद के ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह दूषित पानी भरने से मच्छर पनप रहे हैं लेकिन नगर नगर परिषद द्वारा दवाइयों का छिड़काव नहीं किया जा रहा है।अधिकारियों की लापरवाही के चलते मच्छरों से बचाव के लिए नगरवासी मच्छर मारने वाली क्वायल, लिक्विड, आदि खरीद रहे हैं, लेकिन इतने ज्यादा मच्छर पनप जाने के कारण वह भी काम नहीं कर रहे।
इनका कहना है
नगर परिषद के पास फॉगिंग मशीन है कि नहीं इसकी मुझे जानकारी नहीं है मैं स्टोर रूम प्रभारी से पूछ कर बता पाऊंगा
नगर परिषद द्वारा 4 लाख रुपये की मच्छर मारने की दवाईयां खरीदी का आर्डर कंपनी को दिया गया था लेकिन समय निकल जाने के बाद भी दवा की सप्लाई नहीं होने के कारण परिषद द्वारा स्वीकृत दर पर मार्केट से 1लाख 10 हजार रुपये की मच्छर मारने की दवाइयों की खरीद की गई है जिनका छिड़काव नगर के सभी 15 वार्डों में कराया जा रहा है
मधुसूदन श्रीवास्तव सीएमओ बैराड़