मांसाहार ने जन्म दियाः कोरोना वायरस-डाॅ. मनीषा जैन

शाकाहार-उत्तम आहारः व्यक्ति का जीवन आहार से शुरू होता है और आहार से हीे जीवन  की सभी प्रविृत्तियाँ चलती हैं। ‘‘जैसा खावे अन्न वैसा होवे मन’’ अर्थात-जैसा आहार होगा वैसे ही विचार तथा व्यवहार होगें। इसीलिए आचार्यों, वैज्ञानिकों तथा महापुरुषों ने न केवल मांसाहार की निंदा की बल्कि सब जीव-जन्तुओं व पशु-पक्षियों के साथ दया व करुणापूर्ण व्यवहार की शिक्षा दी मांसाहार अप्राकृतिक उत्तेजना उत्पन्न करता है, सहनशीलता के तत्त्वों को क्षीण करता है। 
*सर्वप्रथम चीन में पाया गया कोरोना वायरस कोरोना* वायरस का संक्रमण दिसम्बर माह में सबसे पहले चीन के वुहान शहर में पाया गया। इसके बाद इससे पीड़ित मरीज थाईलैंड, सिंगापुर, इटली, जापान, इंग्लैंड के साथ लगभग 72 से भी अधिक देशों में इसके संक्रमण मिल चुके हैं। दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 94,000 के पार चली गयी है।  आज दुनियांभर में कोरोना वायरस के नाम से ही, लाखों लोग इसके संक्रमण से परेशान हैं, भयभीत है, हजारों लोगों की जान जा चुकी हैं। जिसका मुख्य कारण है मांसाहार। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को अंतर्राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया है। भारत में भी कोरोना वायरस से अभी तक सैकडों लोगों के ग्रसित होने की पुष्टि डाॅक्टरों द्वारा द्वारा की गयी है। हाल ही में भारत के आगरा, नोयडा, जयपुर, दिल्ली, जम्मू कश्मीर आदि महानगरों में इस वायरस के होने की शंका जतायी जा रही है। यद्यपि इस वायरस से निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा अनकों प्रयास किये जा रहे हंै। इस समस्या से निपटने के लिए डाॅक्टरों की समितियों का गठन किया गया तथा पुलिस प्रशासन द्वारा जगह-जगह निगरानी वरती जा रही है, उन्हें तत्काल उपचार के लिए भेजा जा रहा है। 
*कोरोना वायरस के लक्षण एवं सावधानियां*
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बुखार, थकान, सूखी खांसी, नाक बहना, गले में खराश, सिर में तेज दर्द, मांसपेशियों में दर्द, निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस जैसी बीमारियां इसके लक्षण हैं। इसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या होती है। इसके अलावा कई लोगों में डायरिया जैसी भी शिकायतें देखने को मिली हैं। 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छींकते समय नाक और मंुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें। भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं, खास तौर पर चीन से सफर कर लौटे व्यक्ति से दूर रहें। सब्जी और फलों को खाने से पहले अच्छी तरह धोएं। जिन देशों या जगहों पर इस बीमारी का प्रकोप फैला है, वहां यात्रा करने से बचें। सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक यातायात के साधनों में कुछ भी छूने या किसी से हाथ मिलाने से बचें।

*मांसाहार है कोरोना वायरक का मुख्य कारण* 
आज तक की रिपार्ट यंरजंाण्पदजवकंलण्पदद्ध के अनुसार चीन के वुहान शहर के फूड मार्केट को इस वायरस के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। उसमें 112 तरह के जानवरों का मीट बेचा जाता है। सूत्रों के अनुसार, अलग-अलग जानवरों का सड़ा-गला मीट ही कोरोना वायरस की असली वजह है। जागरण 10 फरवरी 20 यूूूण्रंहतंदण्बवउद्ध के अनुसार चीन में सांप और चमगादड़ जैसे जीवों को बहुत ही चाव के साथ खाया जाता है, उसके सूप को पीना पसंद करते हैं। इसके तेजी से फैलने की यह भी एक बड़ी वजह बताई जा रही है कि लोग अधपके और कच्चे मांस का सेवन भी करते हैं। 
अतः शाकाहार ही व्यक्ति का मुख्य आहार है। यह आहार भारतीय सस्ंकृति का मुख्य आहार है। यदि आज चीन आदि देशों में शाकाहार को अपनाया गया होता तो कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचा जा सकता था। अतः हम आज से ही संकल्प ले कि मांसाहार नहीं करेगें और हिंसा आदि रहित शाकाहार भोजन को अपनायेंगें। जिससे हम स्वस्थ और हमारा परिवार स्वथ्य रहेगा, समृद्ध रहेगा।


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