राजनीतिक हलचल-आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस, बसपा और भाजपा तीनों ही दलों ने अपनी कमर कस ली है । भाजपा और कांग्रेस में आयाराम गयाराम का चलन चल रहा है ,जहां एक दर्जन से अधिक विधायक कांग्रेस कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं वहीं भाजपा के कई बड़े नेता लगातार कांग्रेस का हाथ थाम रहे हैं और कांग्रेस भी इन बड़े नेताओं से टिकट का वादा कर रही है ।
ऐसे में मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट भी है जहां पर कांग्रेस को भी एक जिताऊ प्रत्याशी की तलाश है आपको बता दें कि यहां भाजपा ने केवल 2013 में अपना कमल खिलाया था ,2018 के आम चुनाव में भाजपा न केवल हारी थी बल्कि तीसरे स्थान पर रहे ऐसे में कांग्रेस एक बार फिर सीट को जीतना चाहती है सूत्रों की मानें तो बसपा के एक पूर्व विधायक कांग्रेस के लगातार संपर्क में है और बात बनती है कांग्रेस इन्हें यहां से अपना उम्मीदवार बना सकती है हालांकि कांग्रेस की सूची में यहां से कई नेताओं के नाम शामिल हैं अब देखना होगा कि हाथी वाले नेता जी को कांग्रेस टिकट देगी या फिर किसी अपने पुराने कार्यकर्ता पर ही भरोसा करेगी।