ग्राम अछरौनी के जैन मंदिर से 22 जैन मूर्तियां चोरी का मामला विरोध स्वरूप जैन समाज के सैकड़ों महिला-पुरुष करेंगे रक्तदान

सचिन मोदी ,खनियांधाना -बीते 12-13 सितंबर की रात्रि ग्राम अछरौनी के श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से अज्ञात चोरों द्वारा एक साथ 22 जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाओं की चोरी हुए 15 दिन व्यतीत होने के बावजूद पुलिस प्रशासन द्वारा कोई सकारात्मक परिणाम नजर नहीं आते देख आज खनियाधाना में जैन समाज द्वारा एलक श्री सिद्धांत सागर जी महाराज के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुषों ने मौन जुलूस निकालकर थाने के सामने धरना प्रदर्शन किया । नगर के पार्श्वनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर से प्रारंभ हुई इस शांतिपूर्वक मौन रैली में जैन समाज के लोग हाथों में तख्तियां लेकर मूर्ति चोरों को तुरंत गिरफ्तार करने की कथा मूर्ति बरामद करने की मांग कर रहे थे । यहां से यह जुलूस नया जैन मंदिर होता , बस स्टैंड होता हुआ थाने के सामने स्थित महाराणा प्रताप स्मारक पर पहुंचा जहां पहुंचकर लगभग 2 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया । इस दौरान दोपहर 12 बजे तक पूरा मार्केट बंद रहा । धरना स्थल पर आंदोलनकारियों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए तथा घटना के 17 दिन व्यतीत होने के बावजूद चोरों का सुराग नहीं लगने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी प्रशासन को दी ।
इस अवसर पर ऐलकश्री सिद्धांत सागर जी महाराज ने उपस्थित प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मूर्ति चोरी के इतने दिन होने के बाद भी हमने प्रशासन का पूरा सहयोग किया तथा हमें आश्वासन दिया गया था कि शीघ्र ही मूर्ति बरामद की जाएगी लेकिन कार्यवाही ठंडी पढ़ते देख जैन समाज पुनः जाग उठा है तथा आज तो हम शांति पूर्वक मौन रैली , धरना-प्रदर्शन कर चेतावनी दे रहे हैं तथा आगामी समय में उग्र प्रदर्शन कर प्रशासन को बख्शने के मूड में नहीं है । उन्होंने कहा कि लोकतंत्र मे शासन प्रशासन का विरोध किए बिना कोई समस्या का हल नहीं होता है। हमें अपनी आस्था की चोरियो को रोकने का काम स्वयं भी करना होगा। क्योंकि जब जनशक्ति उमड़ कर सड़कों पर आ जाती है तब शासन-प्रशासन में उथल पुथल होती है। परिणाम यह आता है कि असामाजिक तत्व और प्रशासन की गठजोड़ टूट जाती है और नेताओं के फोन आना पुलिस प्रशासन के पास बंद हो जाते है। आगे ऐलक श्री ने कहा कि यदि हमें अपनी अस्मिता और आस्था की चोरी रोकना है तो हमें सतत आंदोलन जाना पड़ेगा आंदोलन को मात्र रस्म बनाकर हमें उसे प्रभावी बनाना होगा। जैसे बिन रोये मां अपने शिशु को कभी दूध नहीं पिलाती है। ठीक इसी तरह बिना विरोध और आंदोलन के अछरौनी दिगंबर जैन मंदिर से चोरी गई मूर्तियां बरामद नहीं हो सकती है।  यह कौरव और पांडवों के बीच में धर्म युद्ध के समान है। हमें अपने धर्म की रक्षा के लिए शंखनाद करना ही होगा। तभी जाकर धर्म स्थली की सुरक्षा संभव होगी। इसी बीच ऐलक श्री ने राजमहल रामजानकी मन्दिर के कलश चोरी का मुद्दा उठाया और उन्होंने कहा पुलिस प्रशासन को हर धर्म स्थलों की चोरी घटना का पता लगाना होगा।.धर्म स्थलों की चोरियां एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना होती है। चोरी पकड़ना पुलिस का काम है जिसे मुस्तैदी के साथ समपन्न करना चाहिए।
आंदोलन की आगामी रुपरेखा के अंतर्गत आगामी 2 अक्टूबर को  गांधी चौक पर धरना प्रदर्शन एवं विशाल जनसभा का आयोजन होना निश्चित हुआ। तथा इस घटना के विरोध में जैन समाज के सैकड़ों महिला-पुरुष रक्तदान कर अपना विरोध प्रकट करेंगे । सभा को संजय पुजारी, मुकेश कोठादार, डाँ जयकुमार जैन अध्यक्ष जैन समाज अछरौनी , ने भी सभा को संबोधित किया। अंत मे आभार भाजपा पूर्व मण्डल अध्यक्ष मनोज पडहार ने व्यक्त किया एंव सभा का संचालन बड़ा जैन मंदिर अध्यक्ष महेंद्र जैन ने किया।

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