झालावाड़-अनेक प्रतिमा के हमने दर्शन किया जिनका दर्श कर मन गदगद भावों से भर जाता है ऐसी ही एक प्रतिमा श्री चंदप्रभु भगवान की जो 15 वी शताब्दी की है जो झालावाड़ रॉड राजस्थान मे स्तिथ है जो लगभग 9 इंच की जिसका दर्श कर मन गदगद कर जाता है यह प्रतिमा अतिशयकारी है
सुधासागर जी महाराज का मिला आशीष
वर्ष 2006 मे उदयपुर वर्षायोग हैतु विहार करते हुए यहाँ प्रवास किया जिसे मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज ने इसका दर्शन किया और एक टक निहारा और कहा यह प्रतिमा अदभुत अलौकिक है मंदिर व्यस्थापक अनिल जैन कहतै उनकी आशीष से यह जिनालय फल फुल रहा है और इसे वर्ष 2006 मे कमलासन विराजमान किया आज इस प्रतिमा को देख मेरा मन ह्रदय से भर गया मन मे एक नयी ऊर्जा का प्रस्फुटन कर गया
आप भी आवे इस अलौकिक प्रतिमा और जिनालय का दर्शन जरूर करें
एक रिपोर्ट अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी
सुधासागर जी महाराज का मिला आशीष
वर्ष 2006 मे उदयपुर वर्षायोग हैतु विहार करते हुए यहाँ प्रवास किया जिसे मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज ने इसका दर्शन किया और एक टक निहारा और कहा यह प्रतिमा अदभुत अलौकिक है मंदिर व्यस्थापक अनिल जैन कहतै उनकी आशीष से यह जिनालय फल फुल रहा है और इसे वर्ष 2006 मे कमलासन विराजमान किया आज इस प्रतिमा को देख मेरा मन ह्रदय से भर गया मन मे एक नयी ऊर्जा का प्रस्फुटन कर गया
आप भी आवे इस अलौकिक प्रतिमा और जिनालय का दर्शन जरूर करें
एक रिपोर्ट अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी