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रीवा। चुनाव से पहले कांग्रेस में रुठों को मनाने की कवायद तेज हो चली है। जो नेता या मंत्री पार्टी छोड़कर अन्य पार्टियों में शामिल हो गए थे या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, पार्टी उन्हें फिर मनाकर कांग्रेस में शामिल करने पर जुटी हुई है।बीते दिनों कई चेहरे कांग्रेस में शामिल हुए। इसी कड़ी में करीब दस सालों से पार्टी से नाराज चल रहे पूर्व मंत्री महाराजा पुष्षराज सिंह ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। सिंह ने राहुल गांधी के हाथों सदस्यता ग्रहण की है।इस दौरान कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अजय सिंह भी मौजूद रहे।
बताते चले कि पुष्पराज सिंह महाराजा मार्तंड के बेटे हैं और वर्तमान में सिरमौर से भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह के पिता हैं। दिग्विजय सिंह मंत्रिमंडल में पुष्पराज मंत्री रहे हैं। 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने समाजवादी पार्टी से लड़ा था। उसके बाद उन्होंने भाजपा की सदस्य़ता ग्रहण कर ली थी। 10 साल बाद वे कांग्रेस में वापस लौट आए हैं।
दरअसल, पुष्पराज सिंह 2008 से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे।2013 में उन्होंने सेमरिया सीट से टिकट मांगा था, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें रीवा से विधानसभा टिकट देने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसे कभी पूरा नही किया गया । इसके बाद उनकी नाराजगी और बढ़ गई थी। सुत्रों की माने तो भाजपा के टिकट से अजय सिंह के सामने चुरहट से विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी थी, लेकिन कांग्रेस ने इसके पहले ने उन्हें मनाकर वापस पार्टी में शामिल कर लिया। हालांकि अभी तक स्पष्ट नही हो पाया कि वे कहां से और कौन सा चुनाव लड़ेंगें।फिलहाल इस बात को लेकर कांग्रेस में मंथन चल रहा है, वही पुष्पराज के अचानक कांग्रेस में शामिल होने पर भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। चुंकी चर्चा बीजेपी पुष्पराज को चुरहट से टिकट देकर अजय सिंह के खिलाफ खड़ा करना चाहती थी।
बता दे कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिवसीय मप्र दौरे पर है। राहुल विंध्य क्षेत्र में सभाएं और रोड शो कर रहे हैं। मध्यभारत और विंध्य के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी राहुल गांधी को महाकोशल, ग्वालियर और मालवा क्षेत्र में ले जाने का चुनावी दौरा तैयार कर रही है। अगले महीने पांच और छह अक्टूबर को राहुल गांधी जबलपुर और ग्वालियर में रहेंगे।