आचार्य श्री को कुण्डलपुर आगमन हेतु पदयात्रियों का दल खुजराहो रवाना

अभिषेक जैन कुण्डलपुर -खजुराहो  विराजमान आचार्यश्री विद्यासागरजी  महाराज को कुंडलपुर पधारने का आमंत्रण देने के लिए सोमवार को कुंडलपुर से खजुराहो के लिए पद यात्रा प्रारंभ हो गई, तकरीबन 145 किलोमीटर का यह सफर पदयात्री 7 दिन में तय करेंगे। पहला पड़ाव 12 किमी दूर साडा में हुआ। यहां से हरदुआ व्यारमा से होती हुई बरखेड़ा, सुनवानी, कूपी सलैया, सटई, बमीठा होते हुए खजुराहो पहुंचेगी।
इससे पहले आर्यिका अनन्तमतीमाताजी  व भावना मती जी के द्वारा यात्रा को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया गया। यात्रा में हर उम्र के भक्त कदम से कदम मिलाकर साथ साथ चल रहे थे। रास्ते में भजन कीर्तन भी गाए जा रहे थे। आचार्य श्री कुंडलपुर पधारो का नारा भी बुलंद किए जा रहे हैं।
पद यात्री हाथों में धर्म ध्वजा लिए, सभी श्वेत वस्त्रधारण किए हुए चल रहे थे, सत्य अहिंसा का संदेश भी रास्ते में पड़ने वाले गांवों में दिया जा रहा था। सभी ने कुंडलपुर के बाबा का संदेशा लाए हैं, अपने छोटे बाबा को बुलाने आए हैं, नारे बुलंद किए। पद यात्रा में कुंडलपुर कमेटी अध्यक्ष आदि थे। बताया जाता है कि यह यात्रा गांव गांव में अहिंसा, शाकाहार, और जीव दया का संदेश देगी। खजुराहो पहुंचने पर आचार्यश्री को कुंडलपुर आगमन का निवेदन करेगी।
मोह व राग के बंधन से मुक्त होंगे पद यात्री : आर्यिकाश्री
पद यात्रियों को मंगलशीष देते हुए आर्यिका श्री अनन्त मति माताजी ने कहा कि कुंडलपुर के बड़े बाबा का संदेशा लेकर पांव-पांव गांव-गांव होते गुरु देव के पास जा रहे थे, पहले भी आप गुरुदेव के पास गए, यह मंगल अवसर है जब आप रास्ते में जगह-जगह तीर्थ वंदना करते जाएंगे। मंगल दिवस पर आपने यहां आकर भक्ति की संकल्प लिया और अहिंसा पद यात्रा में शामिल हो रहे हो, पद यात्रा करने का इतिहास बहुत पुराना है आप सब चक्रवर्ती के पुत्र बनकर जा रहे हैं, रास्ते के छोटे-छोटे नियम हैं, उन्हें याद रखना बड़े बाबा का जाप करना, यात्रा में गुटखा तम्बाखू का भी उपयोग नहीं करना। अनुशासन का पूरा ध्यान रखना, जब तक आप यात्रा में रहेंगे मोह राग द्वेष से दूर रहेंगे, यहां समय आप सब को भक्ति करने का मिलेगा।
  संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी

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