राजनीतिक हलचल-जिन नेताओं ने सफ़ेद खादी पहनकर गाँव गाँव और गली गली की खाक विधानसभा चुनाव में टिकिट के लिए छानी थी और उन्हें टिकिट नहीं मिला वे अब लोकसभा के लिए अपनी दावेदारी जता रहे हैं । ऐसे नेताओं की एक लंबी सूची दोनों ही दलों में है और वे कभी पार्टी मुख्यालय तो कभी अपने आकाओं की परिक्रमा लगा रहे हैं इतना ही नहीं वे दिल्ली दरबार में बाकायदा अपनी हाज़िरी भी लगा रहे हैं ।
खबर है कि इस बार गुना सहित मुरैना और ग्वालियर लोकसभा सीट पर भाजपा के पिछड़े वर्ग के नेताओं ने पूरी दमख़म से अपनी बात रखी है, दावेदारों का कहना है कि एक लंबे समय से इन लोकसभा सीटों पर पिछड़े वर्ग के लोगों को भाजपा ने महत्व नहीं दिया जबकि पिछड़े वर्ग के मतदाता बहुतायत में है, वहीं कांग्रेस ग्वालियर और मुरैना सीट पर ओबीसी चेहरे को उतारने का मन बना चुकी है और वे नाम लगभग तय माने जा रहे हैं । भाजपा की ओर से अंचल की किसी एक सीट पर भाजपा नेत्री की दावेदारी की खबर है, सूत्रों की मानें तो वे इसके लिए लगातार शिव की साधना में लगी हैं तो केंद्रीय मंत्री के ग्वालियर से लेकर दिल्ली दरबार में जाकर लगातार अपनी दावेदारी को मजबूती देने का प्रयास कर रही हैं । इन भाजपा नेत्री ने विधानसभा के लिए खूब पसीना बहाया था लेकिन एन वक़्त पर निराशा हाथ लगी । उन भाजपा नेत्री के बारे में कहना है कि वो ओबीसी चेहरा होने के साथ महिला और निर्विवाद चेहरा भी है । खबर है कि वे कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ भी मैदान में उतरने को तैयार है, अब देखना होगा कि पार्टी उनकी दावेदारी को कितनी गंभीरता से लेती है लेकिन एक बात तो तय है कि विधानसभा में दावेदार रहे नेता लोकसभा सीट का टिकिट पाने पलक पावड़े फैलाये बैठे हैं ।
खबर है कि इस बार गुना सहित मुरैना और ग्वालियर लोकसभा सीट पर भाजपा के पिछड़े वर्ग के नेताओं ने पूरी दमख़म से अपनी बात रखी है, दावेदारों का कहना है कि एक लंबे समय से इन लोकसभा सीटों पर पिछड़े वर्ग के लोगों को भाजपा ने महत्व नहीं दिया जबकि पिछड़े वर्ग के मतदाता बहुतायत में है, वहीं कांग्रेस ग्वालियर और मुरैना सीट पर ओबीसी चेहरे को उतारने का मन बना चुकी है और वे नाम लगभग तय माने जा रहे हैं । भाजपा की ओर से अंचल की किसी एक सीट पर भाजपा नेत्री की दावेदारी की खबर है, सूत्रों की मानें तो वे इसके लिए लगातार शिव की साधना में लगी हैं तो केंद्रीय मंत्री के ग्वालियर से लेकर दिल्ली दरबार में जाकर लगातार अपनी दावेदारी को मजबूती देने का प्रयास कर रही हैं । इन भाजपा नेत्री ने विधानसभा के लिए खूब पसीना बहाया था लेकिन एन वक़्त पर निराशा हाथ लगी । उन भाजपा नेत्री के बारे में कहना है कि वो ओबीसी चेहरा होने के साथ महिला और निर्विवाद चेहरा भी है । खबर है कि वे कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ भी मैदान में उतरने को तैयार है, अब देखना होगा कि पार्टी उनकी दावेदारी को कितनी गंभीरता से लेती है लेकिन एक बात तो तय है कि विधानसभा में दावेदार रहे नेता लोकसभा सीट का टिकिट पाने पलक पावड़े फैलाये बैठे हैं ।