पोहरी। पोहरी विधानसभा के ग्राम दुल्हारा के रहने वाले एड. अरविंद वर्मा की पहचान सहज-सरल व्यक्तित्व वाले युवा कांग्रेस नेता के रूप में मानी जाती है। वह पिछले एक दशक से कांग्रेस के सच्चे सिपाही के रूप में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते आ रहे हैं। पोहरी विधानसभा में दुल्हारा वाले परिवार का एक अच्छा खासा वर्चस्व है। कल्याण सिंह वर्मा वर्तमान में पोहरी ब्लॉक अध्यक्ष मप्र शिक्षक कांग्रेस हैं। कल्याण सिंह वर्मा किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, शायद ही पोहरी विधानसभा में ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसने कल्याण सिंह वर्मा का नाम ना सुने हो, जो सादगी की साक्षात प्रतिमूर्ति हैं। रिश्ते में कल्याण सिंह वर्मा अरविंद के पिता हैं। अरविंद वर्मा ने भी पिता और परिवार के संस्कारों को आगे बढ़ाया। अरविंद वर्मा पेशे से ग्वालियर हाईकोर्ट में वकील हैं और कांग्रेस में विधि विभाग में जिला उपाध्यक्ष ग्वालियर के पद पर कार्यरत हैं। पोहरी विधानसभा में आने वाले दिनों में उपचुनाव होने वाला है जिसमें धाकड़ समाज से एड. अरविंद वर्मा कांग्रेस से एक अच्छे प्रत्याशी साबित हो सकते हैं। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कांग्रेस को एक नए चेहरे की तलाश है जो साफ-स्वच्छ छवि का हो, यह सब शर्तें अरविंद वर्मा पर सटीक बैठती हैं। मौका मिला तो अरविंद वर्मा को अपने पिता और परिवार के दशकों पुराने संबंधों का भरपूर लाभ मिलेगा यह तो तय है।
राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों से परिवार का पुराना नाता-यदि अरविंद वर्मा की पारिवारिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो यह न केवल मजबूत मिलेगी, बल्कि इसकी जड़े समाज में अंदर तक धंसी मिलेंगी। रिश्ते में दादी बैजंती वर्मा पूर्व में विधायक रह चुकी हैं। पिता कल्याण सिंह वर्मा अभा किरार क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में शिक्षक कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष हैं, वहीं माता गायत्री वर्मा की बात करें तो जिला पंचायत सदस्य और स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास समिति की अध्यक्ष रह चुकी हैं। ताऊ हरज्ञान सिंह वर्मा और ताई रामवती वर्मा ग्राम दुल्हारा से सरपंच रह चुके हैं। चाचा रामप्रकाश वर्मा कृषि सहकारी सोसायटी ग्राम दुल्हारा के अध्यक्ष हैं। इस प्रकार परिवार का जुड़ाव लगातार बना हुआ है चाहे वह राजनीति से हो या फिर सामाजिक गतिविधियों से। स्वयं अरविंद वर्मा भी अभा किरार क्षत्रिय युवा महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
