पोहरी। पिपरघार पंचायत भवन में टीबी (तपेदिक) संक्रमण की रोकथाम और उसके उन्मूलन पर पंचायत प्रतिनिधियों के लिए एक महत्वपूर्ण एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पंचायत के 20 पंच, सरपंच और सचिवों को टीबी के विरुद्ध लड़ाई में उनकी सक्रिय भूमिका को सुनिश्चित करना। विकास संवाद संस्था द्वारा एड अमेरिका के सहयोग से पोहरी ब्लॉक के 10 चयनित गांवों में चलाई जा रही 'टीबी निवारण परियोजना' का संचालन किया जा रहा है इस परियोजना के तहत आज इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया ।
प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षक के रूप में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रतिनिधियों का मार्गदर्शन किया। इनमें प्रमुख रूप से पंचायत इंस्पेक्टर श्री राकेश सिंह, बीसी जनमन श्री दीपेंद्र सिंह यादव, एडीओ श्री महेंद्र पाठक, पीसीओ श्री सतीश कुमार जैन, ग्राम पंचायत सचिव श्री राकेश वर्मा और विकास संवाद के जिला समन्वयक श्री अजय यादव शामिल थे। टीबी रोकथाम में पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका कार्यक्रम की शुरुआत में, विकास संवाद के जिला समन्वयक श्री अजय यादव ने परियोजना के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि टीबी जैसे गंभीर रोग के उन्मूलन में पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ये प्रतिनिधि अपने-अपने गांवों में सबसे पहले लोगों से संपर्क स्थापित करते हैं, जिससे वे जागरूकता फैलाने और लक्षणों की पहचान करने में सबसे प्रभावी कड़ी साबित हो सकते हैं। इसके बाद, श्री राकेश कुमार रघुवंशी ने पंचायत प्रतिनिधियों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पंच और सरपंच अपनी पंचायत में टीबी के मरीजों की पहचान कैसे कर सकते हैं, उन्हें उपचार के लिए प्रेरित कैसे कर सकते हैं, और यह कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे नियमित रूप से दवाएं लें।
रघुवंशी ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि पंचायत प्रतिनिधि अपने वार्ड और गांव के मुखिया होते हैं, इसलिए यह उनका अनिवार्य कर्तव्य है कि वे अपने समुदाय को निरोग और स्वस्थ बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। उन्होंने टीबी कैसे होती है, इसकी रोकथाम के उपाय क्या हैं, और समुदाय में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि यह देखना भी प्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि यदि कोई टीबी मरीज मिलता है तो वह अपनी दवा समय पर ले रहा है या नहीं।
सरकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन
प्रशिक्षण के दौरान सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी विस्तृत चर्चा हुई। श्री दीपेंद्र सिंह यादव ने 'जनमन' योजना पर बात करते हुए बताया कि कैसे हर परिवार को आवास से जोड़ने की सरकारी पहल में पंचायत प्रतिनिधि महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने योजना की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और किस्तों के वितरण पर भी जानकारी दी।
वहीं, श्री सतीश कुमार जैन ने स्वास्थ्य और पोषण से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं, जैसे Vhnd, पोषण आहार, मध्यान्ह भोजन, पीएम मातृत्व वंदना योजना और निश्चय पोषण योजना, को समुदाय में प्रभावी ढंग से लागू करने में पंचायत प्रतिनिधियों के योगदान पर जोर दिया। प्रशिक्षण है सभी प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त राजू वर्मा और देवेंद्र आदिवासी के द्वारा किया गया।