सचिन मोदी की रिपोर्ट खनियांधाना , जैन समाज के सर्वोच्च संत आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के दीक्षा लिए हुए 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर पूरे देश भर में मनाए जा रहे संयम स्वर्ण महोत्सव का समापन आज दिगं. जैन तीर्थक्षेत्र श्री गोलाकोट जी पर मनाया गया । इस अवसर पर प्रातः काल में मूलनायक बड़े बाबा श्री आदिनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक का आयोजन हुआ तथा सांयकाल में सैकड़ो दीपों से महाआरती की गई । इस अवसर पर प्रातःकाल में जैन समाज के महिला-पुरुषों के अलावा आचार्य विद्यासागर पब्लिक स्कूल , खनियांधाना के करीब तीन सैकड़ा छात्र - छात्राओं ने पूरे गोलाकोट परिसर में करीब 5000 पौधों का रोपण करके पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझा इस अवसर पर सभी बच्चों के अभिभावक तथा विद्यालय स्टाफ ने भी पौधरोपण किया ।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राघवेन्द्र शर्मा अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग ( राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त ) , बी पी पांडे एसडीएम पिछोर , कैलाश मालवीय तहसीलदार खनियाधाना , राकेश शर्मा टी आई खनियांधाना , भानू चौधरी भाजपा मंडल अध्यक्ष सहित गोलाकोट कमेटी के सदस्य व बड़ी संख्या में श्रद्धालु व अभिभावक गण मौजूद थे ।
विद्यालय के प्राचार्य संतोष अग्रवाल ने छात्र छात्राओं को पौधरोपण तथा वृक्षारोपण की प्रेरणा देते हुए पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताया उन्होंने बताया की पौधा लगाने भर से हमारी जिम्मेदारी पूरी नहीं होती है पौधों का संरक्षण भी हमें उसी प्रकार करना होगा जिस प्रकार हम अपने बच्चों का बड़े लाड़-प्यार से पालन पोषण कर उन्हें बड़ा करते हैं । ठीक उसी प्रकार एक नन्हे पौधे का पालन पोषण कर उसे बड़ा करें तब सही मायने में हमारी जिम्मेदारियां पूरी होंगी ।इस दौरान उन्होंने स्कूल स्टाफ तथा छात्र-छात्राओं के साथ पौधों का रोपण कर उनके संरक्षण की शपथ ली ।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राघवेन्द्र शर्मा अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग ( राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त ) , बी पी पांडे एसडीएम पिछोर , कैलाश मालवीय तहसीलदार खनियाधाना , राकेश शर्मा टी आई खनियांधाना , भानू चौधरी भाजपा मंडल अध्यक्ष सहित गोलाकोट कमेटी के सदस्य व बड़ी संख्या में श्रद्धालु व अभिभावक गण मौजूद थे ।
विद्यालय के प्राचार्य संतोष अग्रवाल ने छात्र छात्राओं को पौधरोपण तथा वृक्षारोपण की प्रेरणा देते हुए पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताया उन्होंने बताया की पौधा लगाने भर से हमारी जिम्मेदारी पूरी नहीं होती है पौधों का संरक्षण भी हमें उसी प्रकार करना होगा जिस प्रकार हम अपने बच्चों का बड़े लाड़-प्यार से पालन पोषण कर उन्हें बड़ा करते हैं । ठीक उसी प्रकार एक नन्हे पौधे का पालन पोषण कर उसे बड़ा करें तब सही मायने में हमारी जिम्मेदारियां पूरी होंगी ।इस दौरान उन्होंने स्कूल स्टाफ तथा छात्र-छात्राओं के साथ पौधों का रोपण कर उनके संरक्षण की शपथ ली ।