, समाजजनों ने किया पुण्य लाभ अर्जित"
"श्री आदिनाथ जिनालय का पवित्र शिलान्यास: तीन शिखरों से सजेगा नव मंदिर"
पोहरी मे प्राचीन जैन मंदिर का शिलान्यास, दो साल मे बनकर होगा तैयार, धार्मिक विधि -विधान से हुआ कार्यक्रम
पोहरी। श्री आदिनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र, पोहरी में सोमवार को प्राचीन मंदिर के जीर्णोद्धार के उद्देश्य से भव्य शिलान्यास समारोह धार्मिक विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ। यह मंदिर जैन समाज की आस्था का केंद्र है, जिसकी प्रतिमाएं 1000 वर्ष से अधिक पुरानी हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 7 बजे धार्मिक अनुष्ठानों के साथ हुआ, जिसमें पंडित सुंगन चंद जैन (अमोला) के मार्गदर्शन में वेदी विधान से शिलान्यास किया गया।
पत्रकार योगेंद्र जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि दो वर्षों में मंदिर निर्माण पूर्ण होने की योजना है। मंदिर का वर्तमान स्वरूप वर्षों पुराना है, जिसमें मूल वेदी पर शिखर न होने के कारण समाज ने तीनों वेदी पर शिखर निर्माण का संकल्प लिया है। तीन बेदी पर बनेंगे तीन शिखर, जिससे मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगेंगे और यह धार्मिक दृष्टि से और अधिक प्रभावशाली रूप में सामने आएगा। शिलान्यास से पूर्व मंदिर में स्थापित सभी देव प्रतिमाओं को विधिवत रूप से संत निवास में स्थानांतरित कर पूजा-अर्चना नियमित रूप से जारी है। शिलान्यास का सौभाग्य प्राप्त करने वालों में प्रथम शिला का सौभाग्य राजकुमार राजेश कुमार को, द्वितीय शिला का सौभाग्य विनोद कुमार l संतोष कुमार को, तृतीय शिला का सौभाग्य नीलमचंद योगेंद्र जैन (पत्रकार) को, चतुर्थ शिला का सौभाग्य अशोक कुमार महेंद्र कुमार को तथा अंतिम शिला का सौभाग्य बाबूलाल प्रमोद कुमार को प्राप्त हुआ।
समारोह में जैन समाज के महिला-पुरुषों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर आयोजन को भव्य और सफल बनाया। यह मंदिर समाज की आध्यात्मिक पहचान और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में एक बार फिर अपनी गरिमा को प्राप्त करेगा।