शिवपुरी। सिंध जलावर्धन योजना और सीवर प्रोजेक्ट में घोटाले के बाद अब शहर में सड़कों के नाम पर भी बड़ा घपला किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़कों के निर्माण में चल रहे खुलेआम भ्रष्टाचार पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी गौर नहीं कर रहे हैं। सर्किट हाउस रोड पर लोकार्पण से पहले ही नई सड़क धंसक चुकी है और अब यहां पर नालियों के निर्माण में भी जमकर अनियमितता बरती जा रही है। सर्किट हाउस रोड पर 1 करोड़ 53 लाख की लागत से बन रही नई डामरीकृत सड़क इसकी ओपनिंग से पहले ही दो जगह से धंसक चुकी है। जिसे आनन-फानन में डामर डालकर छुपाया गया है। इसके अलावा ठेकेदार यहां पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसी घटिया नालियों का निर्माण कर रहा है कि वह बनने से पहले ही चटक रही हैं और आने वाले समय में यह कैसे लंबे समय तक चल पाएगी, इस पर संशय है। सर्किट हाउस रोड पर रहने वाले लोगों ने बताया कि नालियों का निर्माण मनमाने ढंग से किया जा रहा है। कोई ऊंचाई व लेबलिंग नहीं है। इतना ही नहीं आनन-फानन में काम करने की नीयत से ठेकेदार व अधिकारी निविदा शर्तों का भी उल्लंघन कर रहे हैं।
डीपीआर प्लान ही बदल दिया
इस सड़क का निर्माण डीपीआर प्लान अनुसार होना चाहिए था लेकिन इसका प्लान ही बदल दिया गया है। पीडब्ल्यूडी अधिकारी व ठेकेदार की मिलीभगत से पूरा काम कमीशन के फेर में चल रहा है जिस पर पीडब्ल्यूडी ईई और कोई वरिष्ठ अधिकारी कोई मॉनिटरिंग नहीं कर रहे हैं। पूर्व में सही कम्प्रेक्शन न होने के कारण यहां पर एक करोड़ की सीसी सड़क डेढ़ साल पहले धसक चुकी है। इस मामले में एक सब इंजीनियर निलंबित किया गया था लेकिन बाद में इस भ्रष्टाचार की फाइल विभाग से गायब कर दी गई और संबंधित सब इंजीनियर बहाल कर दिया गया । बाद में अफसरों ने पूरे मामले को दबा दिया। अब एक बार फिर से 1 करोड़ 53 लाख की नई डामरीकृत सड़क में भी भारी अनियमितता बरती जा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
अगर ठेकेदार नाली व सड़क निर्माण में कोई कमी रखेगा तो हम कार्रवाई करेंगे। मैं कल ही नाली व अन्य काम को देखूंगा।
राजेश जैन
सब इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी शिवपुरी