राजनीतिक हलचल-चुनाव नजदीक है और राजनेता जनता से जुड़ने का पूरा प्रयास कर रहे हैं । इसके लिए वे मौके की तलाश में रहते हैं । उन्हें इंतजार रहता है कि कब जनता किसी मुसीबत में फँसे और हम घड़ियाली आंसू बहाने पहुँचे । ऐसा ही एक मामला पोहरी विधानसभा क्षेत्र का है, जहाँ विगत दिनों तेज बारिश के चलते भाजपा का "विकास प्रतीक" पुल बह गया उसके बाद मुख्य विपक्षी दलों ने भाजपा और केंद्रीय मंत्री को सोशल मीडिया पर जमकर घेरा । जो कांग्रेस कभी छर्च क्षेत्र में दिखाई नहीं दिए वे आज अपनी संवेदना व्यक्त करने और सरकार की आलोचना करने के लिए इंदुर्खी के पुल पहुँचे । इसे ही कहते हैं मौके पे चौका मारना ।
अपने राजनीतिक फायदे के लिए सभी राजनेता "चोर चोर मौसेरे भाई" वाली कहावत को चरितार्थ करते हैं । हाल ही में देश में एससी एसटी एक्ट ने आग पकड़ रखी है, जब इस एक्ट में परिवर्तन किया गया तब पक्ष और विपक्ष दोनों ही कान में उँगली डालकर बैठे थे क्योंकि 2018 विधानसभा तो 2019 लोकसभा चुनाव का पर्व है । बताया जा रहा है कि पोहरी विधानसभा से जो कांग्रेसी आज टूटे पुल का जायजा लेने पहुँचे उनमें कुछ तो विधानसभा प्रत्याशी थे । लेकिन एक बात तो सामने आ गई कि कांग्रेसी भी अब मौके पर चौके मारना सीख गए हैं ।
मौके पर चौका मारने पहुँचे कांग्रेसी
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Tuesday, September 11, 2018
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