खनियांधाना में महाराणा प्रताप की 422 वीं पुण्यतिथि गयी



सचिन मोदी खनियांधाना -महान योद्धा महाराणा प्रताप की 422 वीं पुण्यतिथि पर खनियाधाना में महाराणा प्रताप चौराहे पर कार्यक्रम आयोजित किया गया , जिसमें उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर एवं मोमबत्ती जलाकर उन्हें याद किया गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय  क्षत्रिय महासभा के जिला उपाध्यक्ष गोपाल राजपूत ने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन हमें राष्ट्र-समाज के लिए त्याग और बलिदान की प्रेरणा देता है। जब भी राष्ट्र पर संकट होगा राष्ट्र खतरें में होगा, स्वधर्म एवं देश का स्वाभिमान खतरे में होगा, उस समय महाराणा प्रताप का त्याग बलिदान अमरज्योति का कार्य करेगा। उन्होंने घास की रोटी खाई  लेकिन कभी स्वाभिमान के साथ समझौता नही किया महाराणा प्रताप ने शक्तिशाली मुगल बादशाह अकबर के 85 हजार  सैनिकों पर  स्वयं के 20 हजार सैनिकों एवं थोड़े से संसाधनों पर  स्वतंत्रता के लिए वर्षो संघर्ष किया ! 30 वर्षों के लगातार प्रयास के बाद भी अकबर महाराणा प्रताप को बंदी नहीं बना सका जो पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है । इस अवसर पर मुख्य रूप से सत्येंद्र प्रताप सिंह जूदेव, सत्यदेव पांडे,पृथ्वीराज सिंह चौहान,डीएस बुंदेला,विक्रम प्रताप सिंह,रामवीर सिंह गौर, कुलदीप बुंदेला,सत्येंद्र चौहान, सुंदरपाल चौहान,संदीप यादव, तिलक परमार,चाली राजा,बहादुर बुंदेला,दीपक बुंदेला,अभिषेक अग्निहोत्री,आत्माराम पचौरी आदि उपस्थित रहे ।

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