गणधर विशुद्ध ज्योति रथ प्रवर्तन ने 64 दिनो मे 125 स्थानो पर की अभूतपूर्व प्रभावना गणधरो की जानकारी व गुरु माँ विशुद्धमती माताजी की 50 वर्ष की साधनाको जन जन तक पहुचाया

हमने अनेकों रथ प्रवर्तन के बारे मै सुना जाना  व अनेकों संतो की दीक्षा दिवस  वह उनकी साधना को जाना  वही उनमे से एक है गणधर ज्योति रथ प्रवर्तन जिसके द्वारा 1452 गणधरो की जानकारी जन जन तक पहुचाना एवम इस युग की सर्वाधिक दीक्षा प्रदात्री  सिद्धान्त रत्न गणिनी आर्यिका विशुद्धमति माताजी के दीक्षा को 50 वर्ष पूर्ण हो गयेउनकी साधना उनका संयम उनकी निष्प्रहता को जन जन तक पहुचाना इसका उदेश्य रहा
64 दिनो मे 125 स्थानो पर हुयी अभूतपूर्व प्रभावना
   रथ प्रवर्तन के माध्यम से  उत्तर प्रदेश दिल्ली मध्यप्रदेश राजस्थान  चारो प्रांतो मै 125 स्थानो पर इसके द्वारा आलोकिक  प्रभावना हुयी इस रथ प्रवर्तन का कुशल मार्गदर्शन श्री सचिन कुमार पंडित जी के साथ जॉनी भाई राजेंद्र जी सुरेश मामाजी के साथ राकेश जी आकाश जी के साथ सोनू भया संगीतकर पार्टी ने रात्री बेला मे संगीत की स्वर लहरियों के साथ भक्तामर पाठ व गणधर बलय का पाठ कराया रथ के प्रबन्धक पंडित श्री सचिन ने बताया की यह रथ 9 NOV 2018 को कोटा से प्रभावना करता हुआ 64 दिन मे 125 स्थानो पर गया उन्होने कहा जों प्रभावना देखने को मिली व  अदितीय  रही गुरु माँ की जय जय कार गणधर की जय गूंज थी
क्या बच्चे  क्या बुजुर्ग हर वर्ग इसमे सम्मलित दिखाई दिया गुरु माँ की भजनो की गूंज सभी को मंत्रमुग्ध कर रही थी

एक रिपोर्ट अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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