योगेन्द्र जैन पोहरी- मध्यप्रदेश में सरकार बदलते ही पोहरी क्षेत्र एक बार फिर डकैतो के आतंक से भयभीत है वर्षो पहले इस क्षेत्र में डकैतो का गढ़ हुआ करता था। पोहरी क्षेत्र का जंगल राजस्थान सीमा से लगा होने के कारण इस क्षेत्र में हमेशा से ही डकैतो का भय था रामबाबू दयाराम गड़रिया से लेकर अन्य डकैतो ने इस क्षेत्र में आतंक का काला अध्याय लिखा था। पर सरकार बदलते ही 15 सालों में धीरे धीरे ग्वालियर चंबल संभाग से मानो डकैतो का खात्मा सा हो गया था सत्ता परिवर्तन होते ही क्षेत्र में एक बार फिर डकैतो ने आतंक के साथ पोहरी के आस पास के क्षेत्रों में अपनी आमद दर्ज कराई है। ऐसा नही है कि इस आतंक से जनता भय भीत नही है यदि क्षेत्र में बात की जाए तो 15 दिनों से 10-12 सदस्यीय डकैत हथियारबंद गिरोह ने क्षेत्र में आतंक फैला रखा है क्षेत्र में आने के बाद देहदे के जंगल मे भी मारपीट करने के बाद परसरी के जंगल मे एक किसान के साथ मारपीट करने की चर्चा क्षेत्र है इसके बाद रिजोदा - देबरीखुर्द की रास्ता में हवाई फायरिग करने के बाद तो डकैतो ने अपना आतंक तेज कर दिया और लगातार तीन दिन में बड़ी बारदात को आजम देने का प्रयास किया गया बात करे तो 20 जनवरी को एनपुरा-धींगपुर की मार में से किसान का अपहरण करने का प्रयास ग्रामीणों के एकजुट होने के बाद भाग बदमाशा,21 जनवरी को रात में मारोरा अहीर में बन्दूक की नोंक पर बुजुर्ग दंपति एक उनकी नातिन को बंधक बनाकर जेवरात सहित 50 हजार की लूट इसी घटना को कुछ समय ही नही हुआ कि भटनावर चौकी अंतर्गत आने वाले बगवासा में किसान का अपहरण का प्रयास ग्रामीणों के एकजुट होने के बाद डकैत फरार,
यदि बात करे तो क्षेत्र में लगातार बारदातो को आजम देंने में डकैत लगे हुए है बात करे तो क्षेत्र में AD टीम भी डकैतो के गिरोह का नाम भी पता नही चला पाई यदि बात करे तो वर्तमान में डकैतो का मुखबिर तंत्र पुलिस से काफी मजबूर नजर आरहे है जबकि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से वर्तमान में फ़ैल नजर आ रहा है
यदि बात करे तो क्षेत्र में लगातार बारदातो को आजम देंने में डकैत लगे हुए है बात करे तो क्षेत्र में AD टीम भी डकैतो के गिरोह का नाम भी पता नही चला पाई यदि बात करे तो वर्तमान में डकैतो का मुखबिर तंत्र पुलिस से काफी मजबूर नजर आरहे है जबकि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से वर्तमान में फ़ैल नजर आ रहा है
