राजनीतिक हलचल-लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट पर कभी अपने प्रतिनिधि रहे के पी यादव से शिकस्त पाने के बाद से ही जनता के बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि सिंधिया को पीसीसी की कमान दी जा सकती है । आपको बताते चलें कि मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान फिलहाल कमलनाथ के पास है और वे वर्तमान में सूबे की राजनीति के मुखिया भी है ऐसे में अध्यक्ष पद छोड़ देंगे तो सिंधिया को कमान दी जा सकती है ।
कांग्रेस को सिंधिया की जरूरत है ऐसे में उनकी सक्रियता को बरकरार रखने के लिए ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्यसभा के लिए मध्यप्रदेश के पास कुल 11 सीटें हैं। इनमें से दिग्विजय सिंह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल 09 अप्रैल 2020 यानी करीब 1 साल बाद खत्म होने वाला है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या 114 है। इस हिसाब से कांग्रेस को 3 में से 2 सीटें मिलेंगी। दिग्विजय सिंह अपनी सीट पर सुरक्षित हैं तो दूसरी सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए हो सकती है, क्योंकि राहुल गांधी को संसद में ज्योतिरादित्य सिंधिया की जरूरत है। तो यह संभव है कि सिंधिया के पास सांसद का पद तो बना रहे।
कांग्रेस को सिंधिया की जरूरत है ऐसे में उनकी सक्रियता को बरकरार रखने के लिए ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्यसभा के लिए मध्यप्रदेश के पास कुल 11 सीटें हैं। इनमें से दिग्विजय सिंह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल 09 अप्रैल 2020 यानी करीब 1 साल बाद खत्म होने वाला है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या 114 है। इस हिसाब से कांग्रेस को 3 में से 2 सीटें मिलेंगी। दिग्विजय सिंह अपनी सीट पर सुरक्षित हैं तो दूसरी सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए हो सकती है, क्योंकि राहुल गांधी को संसद में ज्योतिरादित्य सिंधिया की जरूरत है। तो यह संभव है कि सिंधिया के पास सांसद का पद तो बना रहे।
