भोपाल-मध्यप्रदेश में कांग्रेस में मानो इस्तीफायो की बाढ़ से आ गई हो।भोपाल सर लेकर शिवपुरी, दतिया अशोकनगर,गुना,ग्वालियर,दतिया में कांग्रेस कार्यकर्ता में सिंधिया को अध्यक्ष न बनाये जाने से नजर कार्यकर्ता ने अब इस्तीफा पर इस्तीफा का दौर चल रहा है
अभी हाल में ही दतिया जिले के कांग्रेस नेता अशोक दांगी ने 500 लोगों के साथ सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी है। उन्होंने शुक्रवार को एक प्रेस नोट जारी करके कहा कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की राजनीति से दूर रखा गया तो वो 500 लोगों के साथ पार्टी से इस्तीफा देंगे।
अभी हाल में ही दतिया जिले के कांग्रेस नेता अशोक दांगी ने 500 लोगों के साथ सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी है। उन्होंने शुक्रवार को एक प्रेस नोट जारी करके कहा कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की राजनीति से दूर रखा गया तो वो 500 लोगों के साथ पार्टी से इस्तीफा देंगे।
प्रेस नोट किया जारी-यदि मध्य प्रदेश की राजनीति से सिंधिया को दूर किया गया तो पांच सौ लोगों के साथ दूंगा कांग्रेस से इस्तीफा।'
दांगी ने लिखा, 'आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में एक चमत्कारी एवं करिश्माई व्यक्तित्व की कड़ी मेहनत एवं अथक परिश्रम है तो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया का है। उनके सराहनीय योगदान को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को भूलना नहीं चाहिए।' इस प्रेस नोट में कई लोगों के हस्ताक्षर किए गए हैं।
दांगी ने लिखा, 'आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में एक चमत्कारी एवं करिश्माई व्यक्तित्व की कड़ी मेहनत एवं अथक परिश्रम है तो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया का है। उनके सराहनीय योगदान को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को भूलना नहीं चाहिए।' इस प्रेस नोट में कई लोगों के हस्ताक्षर किए गए हैं।
इससे पहले मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री इमरती देवी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिये स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपे जाने पर असंतोष जताते हुए कहा कि उन्हें मध्य प्रदेश की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए थी। कांग्रेस हाईकमान ने ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये सक्रीनिंग कमेटी का हाल में अध्यक्ष नियुक्त किया है।
कांग्रेस पार्टी के इस निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महिला एवं बाल कल्याण मंत्री इमरती देवी ने शुक्रवार शाम को यहां मीडिया से कहा, ''मैं खुश नहीं हो सकती हूं। महाराज (सिंधिया) जाने, और उनकी सरकार जाने, राहुल गांधी जी जाने। म उन्होंने कहा, ''...इसलिये खुश नहीं, काहे की जिम्मेदारी. जिम्मेदारी देना है तो मध्यप्रदेश की दें, तब जिम्मेदारी मानी जायेगी। कौन पूछ रहा है उधर।'

