*संत सानिध्य हम पाएंगे पत्रकार गोष्ठी कराएंगे*
*तीर्थराज तिजारा में चंदा प्रभु के दर्शन पायेगे*
*आचार्य ज्ञान सागर जी गुरुवर हम पर आशीष बरसायेंगे*
*उनके पावन चरणों मे हम बलि बलि जायेगे।*
*जैन धर्म दर्शन के प्रचार प्रसार का बीड़ा उठाया है ।*
*गुरु के आशीष की छाव तले जीवन बीताना है*
*कोटा मे जिसकी नीव डली इतिहास जग में बनायेगे ।*
*कड़ी से कड़ी बस जुड़ जाए यह भाव ह्रदय में लाएंगे*
*पास तुम्हारे आये है पारसमणि सम जीवन बने*
*पार हो जाये इस भव से कुंद कुंद का रस मिले।*
*✍✍✍रचियता ✍✍✍*
*राष्ट्रीय संवाद दाता*
*पारस जैन "पार्श्वमणि"पत्रकार *कोटा (राज)*

