धरमपुरी-धर्म का सहारा राजनीति लेगी तो राजनीति फलेगी-फूलेगी। धर्म यदि राजनीति का सहारा लेगा तो राजनीति और धर्म दोनों बर्बाद होंगे। जिस प्रकार गंगा का पानी नाली में डालने से गंगा का पानी अपवित्र हो जाती है। लेकिन नाली का पानी गंगा में डालने से नाली का पानी भी पवित्र हो जाता है।
यह बात राष्ट्रसंत मुनि पुलकसागरजी ने सूरत (गुजरात) में चातुर्मास कर पुष्पगिरी तीर्थक्षेत्र विहार के दौरान गुरुवार शाम खलघाट-मनावर मार्ग पर स्थित कॉटन फैक्टरी परिसर में मीडिया को धर्म और राजनीति के विषय पर कहते हुए कही। यहां पर दिगंबर जैन समाज जनों ने मुनि की अगवानी की।
विहार में उनके साथ संघस्थ मुनि प्रणितसागरजी भी है। संत गुरुवार रात्रि विश्राम के पश्चात सुबह सराफा बाजार स्थित दिगंबर जैन समाज मंदिर में अभिषेक और शांतिधारा कर खलघाट की ओर प्रस्थान करेंगे। स्थानीय जैन समाज द्वारा खलघाट में आहार चर्या की जाएगी। जिसके बाद मुनि धामनोद होते हुए पुष्पगिरी के लिए प्रस्थान करेंगे।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
यह बात राष्ट्रसंत मुनि पुलकसागरजी ने सूरत (गुजरात) में चातुर्मास कर पुष्पगिरी तीर्थक्षेत्र विहार के दौरान गुरुवार शाम खलघाट-मनावर मार्ग पर स्थित कॉटन फैक्टरी परिसर में मीडिया को धर्म और राजनीति के विषय पर कहते हुए कही। यहां पर दिगंबर जैन समाज जनों ने मुनि की अगवानी की।
विहार में उनके साथ संघस्थ मुनि प्रणितसागरजी भी है। संत गुरुवार रात्रि विश्राम के पश्चात सुबह सराफा बाजार स्थित दिगंबर जैन समाज मंदिर में अभिषेक और शांतिधारा कर खलघाट की ओर प्रस्थान करेंगे। स्थानीय जैन समाज द्वारा खलघाट में आहार चर्या की जाएगी। जिसके बाद मुनि धामनोद होते हुए पुष्पगिरी के लिए प्रस्थान करेंगे।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी