शिवपुरी। विगत दिनों अति जलवृष्टि के कारण मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर बाढ़ की स्थितियों का सामना करना पड़ा है। जिससे जनहानि के साथ-साथ प्रदेश को अत्यधिक आर्थिक हानि हुई है। प्रदेश में इस प्राकृतिक आपदा के चलते 52 जिलों में से 39 जिलों की 284 तहसीलों में आर्थिक नुकसान हुआ है जिनमें मध्यप्रदेश के किसानों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। 60.47 लाख हेक्टेयर की भूमि में लगभग 16270 करोड रुपए की फसल बर्बाद हुई है। जिसमें 12000 घरों को क्षति पहुंची है। तथा 674 नागरिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। 11000 से भी अधिक सड़कें पुलिया व भवनों को भारी प्राकृतिक नुकसान पहुंचा है। मध्य प्रदेश की तबाही को लेकर केंद्र सरकार से सकारात्मक रुख की उम्मीद की गई, किंतु केंद्र द्वारा प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जिसके चलते केंद्र ने अपनी दोनों आंखें बंद कर ली हैं, जबकि कई अन्य प्रदेशों को राहत राशि जारी की जा चुकी है। केन्द्र को भारी प्राकृतिक तबाही का मंजर दुर्भावना के कारण दिखाई नहीं दे रहा है। इस प्रकार की स्थिति में मध्य प्रदेश सरकार की मांगों को लेकर "सेवा दल यूथ" जिलाध्यक्ष शिवांश जैमिनी द्वारा अपने दल के साथ राष्ट्रपति के नाम एसडीएम शिवपुरी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने वालों में शिवांश जैमिनी के साथ नरवर ब्लॉक अध्यक्ष संदीप सिंह, जसपाल सिंह रंधावा एवं जिला व ब्लॉक कार्यकारिणी के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
ज्ञापन सौंपने वालों में शिवांश जैमिनी के साथ नरवर ब्लॉक अध्यक्ष संदीप सिंह, जसपाल सिंह रंधावा एवं जिला व ब्लॉक कार्यकारिणी के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।