आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज का 9वें पट्‌टाचार्य दिवस मनाया गया गुरु ही शिष्य को गढ़ते हैं आचार्य सुनील सागर जी

बांसवाड़ा-शहर की कॉमर्शियल कॉलोनी स्थित अनंतनाथ दिगंबर जैन मंदिर में गुरुवार को आचार्य सुनील सागरजी महाराज का 9वां पट्‌टाचार्य दिवस मनाया गया। ।व विनयांजलि सभा में आचार्य श्री  और संघ की  आर्यिका माताजी ने अपने प्रवचनों में गुरुदेव सन्मति सागरजी महाराज को विनयांजलि अर्पित की।
 धार्मिक कार्यक्रम के तहत गुरुवार को आचार्य सुनील सागरजी महाराज ने कहा कि किसी के पद का दिवस मनाना, उसके गुरु का उपकार दिवस मनाना चाहिए। आचार्य ने गुरु सन्मति सागरजी महाराज के गुणगान करते हुए कहा कि मुझे गुरु क्या मिले, मुझे तो भगवान मिल गए। मेरे गुरु ने संस्कार, संस्कृति आत्मानुभूति आदि गुण प्रदान किए हैं। प्रत्येक गुरु का यह कर्तव्य है कि इन गुणों का अपने शिष्यों में निर्माण करें। गुरु ही शिष्य को गढ़ते हैं और गुरु ही शिष्य को तपा तपाकर मजबूत बनाता है। 
       संकलन अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.