इंदौर-अब तो एक दिन भी नहीं रहा है कल तो आप लोग एक प्रकार से पात्र बनेंगे। मतलब अभी अपात्र है। किंतु कल जो पात्र बनाए जा रहे हैं वे विशेष रूप से पंचकल्याणक महोत्सव के मुख्य पात्र माने जाते हैं। पंचकल्याणक महोत्सव में जो पात्र बनते हैं वे देव और इंद्रों के रूप में बनते हैं। यह बात शनिवार को आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज ने तिलक नगर में प्रवचन में कही। उन्होंने कहा- आप लोग स्वर्ग को जाने की इच्छा भले मत करो, किंतु स्वर्ग जाने योग्य कार्य जरूर करें, तभी मोक्ष मार्ग का टिकट मिलेगा।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी