राजनीतिक हलचल-कांग्रेस से भाजपा में गये सुरेश धाकड़ के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई पोहरी विधानसभा सीट पर भी भाजपा सहित कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की निगाहें जम गई हैं। अब अपनी अपनी गोटियां जमाने में लगे हैं। भजपा में आये सुरेश धाकड़ अपनी विधायिकी के इस्तीफे के बाद यहां प्रबल दावेदार हैं। उन्हें उम्मीद हैं कि भाजपा का टिकट उन्हें आसानी से मिल जायेगा। लेकिन यहां पहले से ही भाजपा के दिग्गज पूर्व विधायक प्रह्लाद भारती, नरेंद्र बिरथरे सहित डॉ सलोनी सिंह धाकड़ भी लाइन में हैं। भाजपा का टिकट तो आगे जो भी पार्टी की राजनीति होगी, उससे तय होगा , यह बात भी स्पष्ट है।
लेकिन कांग्रेस में सुरेश धाकड़ के हुये इस्तीफे से रिक्तता के बाद अब पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, विनोद वकील और संजीव शर्मा,शिशुपाल धाकड़ के नाम सामने आये हैं। लेकिन इसमें सबसे सशक्त नाम हरिवल्लभ शुक्ला का उभरा है।
शुक्ला पूर्व में कांग्रेस और समानता दल से विधायक रह चुके हैं और सांसद का चुनाव भाजपा के टिकिट पर सिंधिया के खिलाफ कड़ी टक्कर से लड़ चुके हैं। उनकी गिनती पोहरी के वरिष्ठ, सक्रिय, मिलनसार व लोकप्रिय कांग्रेसियों में होती है। लेकिन यदि स्थानीय प्रत्याशी की बात करे तो युवा नेता संजीव शर्मा बंटी भैया का नाम भी उभरकर सामने आता है विधानसभा प्रवक्ता के साथ पिछले चुनाव में कांग्रेसी प्रत्याशी को चुनाव जीतने में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। क्षेत्र में एक अच्छी पकड़ बना चुके है। वही कांग्रेसी नेता में शिशुपाल धाकड़ का नाम भी सामने आता है धाकड़ बाहुल्य क्षेत्र होने एव स्थनीय उम्मीदबार होने का लाभ मिल सकता हैवह यदि पोहरी से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ते हैं , तो उनकी कांग्रेस वफादारी सबसे बडा मजबूत मुददा होगी और वह कांग्रेसियों के साथ-साथ पोहरी में जागरूक मतदाताओं के समक्ष बेहतरी साबित कर सकेंगे।