सागर -वर्तमान में कोरोना त्रासदी के दौर में पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को एक तपस्वी के रूप में देखा जा रहा है। इतनी लंबी ड्यूटी देने के बाद भी लोग समझ नहीं रहे उन पर हमले कर रहे हैं। यह गलत है। पुलिस पर हमला करना अत्यंत खेद जनक है यह सभ्य समाज का कार्य नहीं है।
यह पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों की बड़ी तपस्या है, लोगों को उनका अभिनंदन करना चाहिए। उनके लिए के लिए यह बड़ी परीक्षा की घड़ी है। जन्म मरण हानि लाभ यह सब पूर्व लिखित है। कुछ लोग इस त्रासदी में शहीद हुए हैं लेकिन पुलिस के निमित्त से हजारों की जान बची है। आप कर्मयोगी बने और अंदर तक डटे रहें। यह बात मुनिश्री प्रमाण सागर जी महाराज ने ऑनलाइन शंका समाधान के दौरान कही।
नम्रता सोधिया एसडीओपी मुलताई के प्रश्न के उत्तर में मुनिश्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों को अपनी इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने के लिए भावना योग करना चाहिए। दिन भर ड्यूटी देने के बाद आम लोगों को भी पुलिस की खाना पीने की व्यवस्था का ध्यान रखना चाहिए। कर्तव्य पथ से आप कभी डिगेंगे नहीं और सब प्रकार की चिंता मुक्त रहके देश सेवा में आप लोगों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है इसके लिए पूरा देश देख रहा है।
विज्ञान के साथ लोगों को धर्म से जुड़ा रहना चाहिए
पहले लोग कहते थे पढ़े लिखे लोग कम हैं लेकिन समझदार ज्यादा।
आज उल्टा है पढ़े लिखे लोग ज्यादा हैं और समझदार कम। विज्ञान के इस युग को मैंने कभी निरर्थक नहीं कहा हमें टेक्नोलॉजी विज्ञान ने दी है। विज्ञान के साथ लोगों को धर्म से जुड़ा रहना चाहिए। आज हमें विवेक से धर्म के साथ जुड़ने की आवश्यकता है। सुविधाएं कभी पूरी नहीं होती हैं। तकलीफ बुरी होती हैं। उनके नियंत्रण से यदि विवेक की समझ मनुष्य के मन में जग जाए तो वह ठीक रहता है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा युवा कितने भटक रहे हैं
इसकी बजाए पहले यह सोचना चाहिए बुजुर्ग कितने भटके हैं। उन्होंने युवाओं को जो आदर्श दिया है युवाओं को जो दिशा दी है तो उसके चलते ही यह स्थिति बनी है। युवा कुछ भी कर सकते हैं। हमारे गुरुदेव ने दिशा दी और हम युवा तरुणाई हजारों नवयुवक मुनि और नवयुवतियां आर्यिका माताजी बनकर उनके चरणों में बिछ गए। बुजुर्ग धर्म करता है ढर्रे के साथ, युवा धर्म करता है लगन के साथ। आज धर्म के मार्ग पर हजारों लाखों युवा चल रहे हैं बुजुर्गों को चाहिए युवाओं को कोसने के बजाय उन्हें उनकी समस्याओं को सुलझाएं।
संकट के दौरान में सरकार की मदद नहीं कर सकते तो कोई बात नहीं, उन पर बोझ भी नहीं बनो:
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कोरोना त्रासदी चुनौती भरा कार्य है। व्यक्ति को राजधर्म का पालन करना चाहिए। डब्ल्यूएचओ कह रहा है कि यह बीमारी लंबी चलेगी। सरकार के नियमों का सभी पालन करें। अपने मन पर नियंत्रण करें। घनी आबादी भारत देश में ज्यादा रहती है। इसके कारण इस बीमारी से जंग जीतना कठिन होगा। अब यह बीमारी बगैर लक्षणों के बढ़ रही है। अब सीमित कार्य और खानपान सुरक्षित रूप से करें। सरकार को सहयोग न दे सको तो कोई बात नहीं सरकार पर हम बोझ भी न बनें।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
