गरोठ-बैंक के बाद जिसको जहां मदद की जरूरत होती है, उमंग जैन वहां पहुंच जाते हैं। हर नागरिक के घर-घर राशन पहुंचे, इसके लिए पहले से प्लान तैयार कर समिति बनाई। पुलिस इन्हीं समिति सदस्यों को अपने साथ लेकर कोरोना से लड़ रही है। शहर में लॉकडाउन लगने के बाद से ही बैंक में नौकरी के बाद लोगों की मदद कर रहे हैं। पुलिस की नाकेबंदी में तीन से चार घंटे उमंग समय दे रहे हैं। उन्हाेंने बताया कि मां ने कहा था वायरस से डरना नहीं है, उससे बचकर ही हराना है, डरने से शरीर की नकारात्मक ऊर्जा हावी होती है। श्री उमंग की सेवा निष्ठा काबिले तारीफ है वह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मे asstiant manager के रूप मे कार्यरत उनकी बैंक सेवा से भी सभी नगर वासी व बैंक स्टाफ काफी खुश है वाकई मे ऐसे कर्मवीर की जितनी सराहना की जावे कम है जो ऐसे चुनोतीपूर्ण समय मे कार्य कर रहे है उमंग सचमुच तुम यथा नाम तथा गुण वाले हो जो हर किसी मे उमंग और होसला भर रहे हो
आप समाज और राष्ट्र के लिये एक मिसाल हो
अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी की यह रिपोर्ट