राजनीतिक हलचल- कांग्रेस सरकार गिराने वाले विधायको को तो तोहफे के रूप में भाजपा द्वारा टिकिट दिया जा सकता है लेकिन सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि जो लंबे समय से पोहरी विधानसभा से अपनी दावेदारी भाजपा की ओर से करते आ रहे है उन नेताओं को इस उप चुनाव में टिकिट का मौका मिलेगा या जो सरकार गिराने में योगदान देने वाले सिंधिया समर्थक विधायको को टिकिट देकर सिंधिया के साथ वफादारी का ईमान टिकिट के रुप मे भाजपा उन विधायको को दे सकती है।
विश्वस्त सूत्रों से जानकारी आ रही है कि पोहरी से भाजपाई भी टिकिट की दौड़ में है जो भाजपाई लंबे समय से कमल थामकर जनसेवा का भाव मन में पालकर टिकिट पाने की लालसा पाले हुए हैं जब टिकिट नही मिलने की स्तिथि में वो चुनाव पूर्व कांग्रेस से मुलाकात कर पोहरी से टिकिट की जुगाड़ में है ।जानकारी मिल रही है कि भाजपाई नेता इस बार भाजपा से टिकिट न मिलने के चलते कांग्रेस का दामन थम सकते है लेकिन अभी उप चुनाव बहुत दूर है देश सहित मध्यप्रदेश वर्तमान में कोरोना से जंग लड़ रहा है जंग के बाद उप चुनाव का बिगुल बज सकता है ।