पोहरी। हम यह कहें कि शिवराज सिंह चौहान के 15 वर्ष के मुख्यमंत्री कार्यकाल में ही मुकेश सिंह चौहान एक बड़े नेता के रूप में उभरे हैं और सत्ता का भरपूर सुख भोगा है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। अगर यही भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान यदि शिवराज को ही अपना सीएम मानने से इनकार कर दें और उनकी उपेक्षा कर दें तो... हुआ न आश्चर्य। यह बात हम नहीं कर रहे, बल्कि खुद मुकेश सिंह चौहान द्वारा अपनी फेसबुक आईडी से डाली गई बधाई का विज्ञापन वाली पोस्ट बयां करती है। दरअसल, मुकेश सिंह चौहान ने भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई पोस्ट की, जिसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष तक के फोटो को तो स्थान दिया, लेकिन प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के फोटो को तबज्जो नहीं दी गई।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि यह पोस्ट किसी और ने डाली होती तो सोचने वाली बात थी, लेकिन जब खुद मुकेश सिंह चौहान ने डाली हो तो फिर गलती कैसी? अनुभवी हैं, लंबे समय से युवा मोर्चा की कमान अपने हाथों में संभाले हुए हैं अब इसे इनकी सोची समझी साजिश कहें या फिर गलती? अगर आप सफाई दें कि गलती हुई है...। आपने जानबूझकर नहीं की तो फिर इतनी जल्दबाजी क्यों पाँच मिनट बाद भी तो सुधारकर पोस्ट डाल सकते थे क्या इसकी भी किसी से प्रतियोगिता है? जो भी हो, खबर आई है तो दूर तक जरूर जाएगी। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो मुकेश सिंह चौहान के कुछ प्रतिद्वंद्वी इस मामले की शिकायत प्रदेश हाईकमान तक करने की तैयारी में है, हो सकता है मुकेश सिंह चौहान को भविष्य में इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। फिलहाल इतना ही, यह तो आने वाला वक्त बताएगा कि मुकेश सिंह खुद सीखेंगे या फिर उन्हें पार्टी हाईकमान द्वारा सिखाया जाएगा।