सस्ती बिजली देने का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है, अटल ज्योति योजना के तहत दिए गए बिजली उपभोक्ताओं का बिल कमलनाथ सरकार में सौ रुपए सौ यूनिट निर्धारित किया गया था, शिवराज सरकार भी किसान हित की बात करती हैं और गरीबों को संबल देने का गुणगान करने से अघाती नहीं है लेकिन धरातल पर कुछ और ही है, आम आदमी को विभाग द्वारा मनचाहे बिजली बिल थमाए जा रहे हैं!
जानकारी के अनुसार बिजली वितरण केंद्र गसमानी के अंतर्गत आने वाले गाँव गेहतौली के लोग आज अपनी समस्याओं को लेकर कनिष्क अभियंता के पास पहुँचे, ग्रामीणों के अनुसार सौ रुपये बिल आठ सौ से अधिक के दिए जा रहे हैं, इतना ही नहीं एक ही उपभोक्ता को दो- दो बिल थमाए जा रहे हैं और वातानुकूलित दफ्तरों में बैठे आला अधिकारियों के कान पर जूँ तक नहीं रेंगती है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि कई बार जिम्मेदारों को समस्या से अवगत कराया जा चुका है!
समय पर नहीं मिलते बिल-कोरोना काल में मनमाने बिल की मार झेल रहे ग्रामीणों पर दोहरी मार विभाग की लापरवाही से पड़ रही है, विभाग द्वारा भुगतान की अंतिम तिथि पर ही या उसके बाद तक बिल उपभोक्ता तक नहीं पहुंचाए जाते हैं जिससे ग्रामीणों को अधिभार का भुगतान भी करना पड़ता है!
निराकरण के नाम पर सिर्फ़ आश्वासन-ग्रामीणों के मुताबिक हर बार ही जे ई और ए ई द्वारा निराकरण के नाम पर सिर्फ़ आश्वासन दिया जाता है, इतना ही नहीं ग्रामीणों के आवेदन पत्र की प्राप्ति देने पर कतराते रहते हैं, ग्रामीणों का कहना है कि शीघ्र ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अंतिम उम्मीद ऊर्जा मंत्री बचे हैं, जहाँ वे अपना दर्द सुना सकेंगे!
गेहतौली गाँव जौरा विधानसभा क्षेत्र में आता है और ज्ञात हो कि जौरा में निकट भविष्य में उपचुनाव होना है, ऐसे में ग्रामीणों को उम्मीद है कि मंत्री के पास समस्या का निराकरण हो जायेगा
जे ई के अनुसार बड़े हुए बिल आने का कारण सरकार द्वारा सब्सिडी बंद कर दी गई है, जिसके चलते इतने बिल आ रहे हैं और यदि ऐसा हुआ है तो शिवराज सरकार को आने वाले उपचुनाव में नुकसान हो सकता है!
