बांसवाड़ा - बांसवाड़ा में विराजित आचार्य श्री पुलक सागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार सोमवार को दोपहर 3 बजे बाहुबली कॉलोनी से हो गया। आचार्य श्री महाराष्ट्र के जिनशरणम तीर्थ जाएगे। आचार्य श्री ने रात्रि विश्राम वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में किया। मंगलवार की आहारचर्या बड़ोदिया मे होगी।
एक नजर गुरूवर के नगर आगमन व महती धर्म प्रभावना पर
आचार्य श्री पुलक सागर जी महाराज का 1 मार्च 2020 को भव्य नगर आगमन हुआ था, इसके उपरान्त कोरोना लॉक डाउन हो गया। उसके उपरान्त आचार्य भगवन ने नगर के जिनालयों मे धर्म उपदेश दिया समाज को धर्म के प्रति जागरूक किया। और वर्षायोग भी किया।
लगभग 9 माह के लम्बे अंतराल के बाद सोमवार को जब गुरुवर का विहार हुआ तो श्रद्धालु भावुक हो गए।पुलक मंच के वीरेंद्र कोठारी ने बताया एक धर्म सभा का आयोजन किया गया जहां आचार्य श्री को भाव भीनी शब्दो से विदाई दी गयी।
आचार्य श्री ने उदबोधन मे कहा सन्त आते है,जगाते है औऱ चले जाते है। उन्होंने कहा बांसवाड़ा के भक्तो ने हमेशा ऐसी भक्ति दिखाई कि वे अपने जीवन में कभी भुला नही पाएगे। उन्होंने सम्पुर्ण नगर को समाजजन को अपनी आशीष प्रदान की।
उन्होंने कहा सन्त नगर मे आते है, जो श्रावक जग गया, उसने सब कुछ पा लिया। जो नही जगा, वही का वही रहा। सन्त का काम है जगाना। उन्होंने भाव भीने शब्दो में कहा सभी कह रहे है महाराज जा रहे है, मैं कही नही जा रहा हु,मुझे जिसने अपने दिल मे बिठाया है, वह कही भी हो चला जाए,व हमेशा उनके दिलो मे रहते है।
जो ध्यान रखा उसे कभी भुला नही पाऊंगा
उन्होंने कहा आपने कोविड 19 कोरोना में जो मेरा ध्यान रखा उसे भी कभी भुला नही पाऊंगा। आपने हमेशा इस बीमारी में मेरे स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी
