भोपाल। मध्य प्रदेश भर में शुक्रवार को कोरोना के 2839 मरीज मिले हैं, जबकि अलग-अलग जिले में 15 मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को इंदौर में चार, जबलपुर और उमरिया में दो-दो मरीजों की मौत हुई है। शुक्रवार को भी जांचे गए सैंपलोें में 10 फीसद संक्रमित मिले हैं। नौ मार्च को प्रदेश में कोरोना के 459 मरीज मिले थे। इसके बाद से मरीजों की संख्या एक दिन छोड़कर लगातार बढ़ी है। इस तरह 24 दिन के भीतर हर दिन मिलने वाले मरीजों की संख्या करीब छह गुना बढ़ गई है। हालात इतने बुरे हो गए हैं कि भोपाल में साधारण मरीजों को भी बिस्तर नहीं मिल पा रहे हैं। ज्यादातर निजी और सरकारी अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाने की अब गुंजाइश भी नहीं है।
शुक्रवार को अलग-अलग लैब में 27,231 सैंपलों की जांच की गई। इनमें 2839 मरीज मिले हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य हर दिन 30 हजार सैंपल जांचने का है। सैंपलों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से प्रयास नही किए जा रहे हैं। न तो संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान कर उनकी जांच कराई जा रही है न ही औचक सैंपलिंग की जा रही है। इस कारण सैम्पलों की संख्या 30 हजार के ऊपर नहीं पहुंच रही है। इसके अलावा पहले से जांच के लिए लंबित सैंपलों को मिलाकर आंकड़ा हर दिन 30 हजार से ऊपर रहता है, लेकिन सभी सैंपलों की जांच नहीं हो पा रही है। हालत यह है कि हर दिन तीन हजार से पांच हजार जांच लंबित रहती है।