नेमावर -अत्यंत हर्ष का विषय है कि विगत २ माह से गुरु चरणों में अपनी भक्ति भरे भावों से श्रद्धा का चोका लगा रहे हम सब के बीच के भाई संतोष जी जैन जादूगर एवं श्रीमती मनीषा जैन आष्टा निवासी ने आज अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर पूज्य मुनि श्री १०८ भूतबलि सागर जी महाराज एवं मुनि श्री १०८सम्भव सागर जी महाराज की सद्प्रेरणा से अपने जीवन मे मोक्ष मार्ग को प्रसस्त कर आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महा मुनिराज के श्री चरणों मे दो प्रतिमा के व्रत अंगीकार कर गुरु आशीष प्राप्त किया है।
*सबसे बड़ी बात यह है कि आष्टा समाज के सबसे कम उम्र के प्रथम नैष्ठिक श्रावक व्रत धारण करने का संतोष जी मनीषा जी को सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इस अनुपम पुण्य कार्य की ह्रदय से अनुमोदना की जानी चाहिए।
मैं स्वयं भी इनके इस अनुपम कार्य की अनुमोदना करता हु।
*आप अपने धर्म मार्ग पर आगे बढ़ते हुए शीघ्र ही
मोक्षत्व को प्राप्त हो।यही कामना।
अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी
