भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना के नए वेरिएंट को ‘इंडियन कोरोना’ बताया था। उसके बाद से ही BJP के कई नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई थी। जिसके बाद भोपाल, जबलपुर और उज्जैन में उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ। क्राइम ब्रांच ने रविवार को कमलनाथ के खिलाफ FIR दर्ज की थी। शिवराज ने भी कमलनाथ के बयान की निंदा की थी। इसके बाद कमलनाथ ने भी शिवराज पर तीखा हमला बोला है। वहीं कमलनाथ पर FIR होने के खिलाफ एनएसयूआई ने जगह विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई।
कमलनाथ ने बयान जारी करके पूछा है कि शिवराज सरकार चाहती है कि मैं चुप रहूं, जनता की आवाज़ ना उठाऊं, उनके हक़ की लड़ाई ना लड़ूं. लेकिन मैं चुप नहीं बैठूंगा, जीवन की आख़री सांस तक जनता के हित की लड़ाई लड़ता रहूंगा। कमलनाथ ने कहा कि कोई एफ़आईआर मुझे दबा नहीं सकती है। सरकार की पोल खोलता रहूंगा। वास्तविकता, सच्चाई जनता को बताते रहूंगा। अव्यवस्थाओं, ख़ामियों, विफलताओं को उजागर करते रहूंगा।
कोरोना से मौतों का डेटा जाहिर करे शिवराज सरकार
मध्य प्रदेश कांग्रेस की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कमलनाथ ने कहा है कि इस संकटकाल की स्थिति में आंकड़े दबाए और छुपाए जाएं, ये सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार बीते तीन महीनों के दौरान कोरोना से जितनी मौते हुई हैं उसके डाटा का सार्वजनिक करे। पूर्व सीएम ने मांग की कि शिवराज सिंह ने उन पर ‘भारतीय कोरोना’ शब्द का झूठा आरोप लगाया है। जबकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स और कई देशों के मुखियाओं द्वारा दिए गए बयान के आधार पर ही उन्होंने कहा था। साथ ही कमलनाथ ने कहा कि अगर वो देश के लोगों को सही बात बता रहे हैं तो इसमें गलत क्या है।
जनता का प्रेम मेरे साथ
कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाए और कहा कि सरकार यही चाहती है। इसीलिये वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए झूठे मुद्दे लाकर मेरी आवाज को दबाने का, मुझे डराने-झुकाने का प्रयास कर रही है। लेकिन मेरे साथ प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता का स्नेह-प्रेम है। जिसके कारण मेरी आवाज को कोई दबा नहीं सकता है, मुझे कोई डरा-झुका नहीं सकता है। प्रदेश की जनता के हित की आवाज उठाने के लिए मुझ पर कितनी भी एफआईआर दर्ज कर लो, मुझे कोई डर नहीं लगता है।