शिवपुरी। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत मकलीझरा गांव में मजदूरों से कराए जाने वाले काम को मशीनों से करवाने पर एसडीए जेपी गुप्ता ने काम रोक दिया है। गांव में बन रहे सरकारी खर्च से तालाब के निर्माण का कार्य सरपंच और सचिव द्वारा जेसीबी मशीनों से किया जा रहा था, जिस पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम ने मशीनें जब्त कर ली है।
मनरेगा में भी मजदूरों का हक छीना
कोरोना संक्रमण के दौर में प्रत्येक गांव में सैंकड़ों प्रवासी मजदूर वापस लौटे हैं और वह रोजगार की तलाश में हैं, ऐसे में पंचायत सचिव और सरपंच द्वारा मशीनों से कराए जा रहे काम पर एसडीएम ने कार्रवाई की है। वहीं, इस मामले की शिकायत ग्रामीण मजदूरों द्वारा ही पोहरी SDM जेपी गुप्ता से की गई थी। जिसके बाद एसडीएम जेपी गुप्ता ने पोहरी तहसीलदार सत्येंद्र गुर्जर और बैराड़ थाना प्रभारी सतीश सिंह चौहान को पुलिस बल के साथ मौके पर भेजा और सरपंच पर कार्रवाई की है।
इनका कहना है
हां पांच दिन से जिस एलएनटी की शिकायत मिल रही थी उसकी हमने जांच करा ली है। वह खराब रखी हुई है। जिससे वह वहां से हट भी नहीं पा रही है। आज जो जेसीबी जप्त की है वह आदिमजाति के रपटे का निर्माण कर रही थी। मै अभी गांव मेें ही आया हू।
शेलेन्द्र आदिवासी
सीईओ जनपद पंचायत पोहरी
हां हमारी टीम तहसीलदार पोहरी के साथ मकलीझरा में गई थी। जहां एक जेसीबी नरेगा के तालाब में खुदाई कर रही थी। जिसे तहसीलदार और हमारी टीम पकडकर अपने साथ थाने ले आई है। अब जो तहसीलदार का प्रतिवेदन आएगा उस आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
सतीश सिंह चौहान
थाना प्रभारी बैराड