भोपाल-कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने बीजेपी का दामन थाम लिया। वह पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। जितिन को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पार्टी जॉइन करवाई। बीजेपी में शामिल होने से पहले जितिन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे। यहां से बीजेपी के दफ्तर पहुंचे और पार्टी जॉइन की।
जितिन प्रसाद का नाम उन युवा नेताओं में शुमार होता रहा है जो राहुल गांधी के बेहद करीब माने जाते रहे हैं। कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि यूपी में कांग्रेस के पास कुछ ही गिने-चुने चेहरे बचे थे। अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और जितिन प्रसाद के बीजेपी के पाले में जाने के बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
- दो बार सांसद रहे और कांग्रेस की केंद्र सरकार में राज्यमंत्री रहे
- 2004 में शाहजहांपुर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बने।
- 2008 में केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री बनाए गए।
- 2009 में परिसीमन के बाद धौरहरा से चुनाव लड़े और दूसरी बार सांसद बने।
- यूपीए 2 में सड़क, परिवहन, पेट्रोलियम और मानव संसाधन विभाग में राज्यमंत्री रहे।
- 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में धौरहरा से चुनाव हारे।
- जितिन प्रसाद के पिता जितेंद्र प्रसाद भी शाहजहांपुर से चार बार सांसद रहे।
- राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव के राजनीतिक सलाहकार भी रहे।
- जितेंद्र यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष और राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रहे।
- जितेंद्र प्रसाद ने 2000 में सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था।
