शिवपुरी। राज्य सभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को एक दिनी शिवपुरी प्रवास पर आए। सबसे पहले ज्योरादित्य सिंधिया शिवपुरी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने निरीक्षण करने के साथ स्टूडेंट्स और डॉक्टर्स से बात भी की। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने घोषणा की थी कि शिवपुरी में मेडिकल कॉलेज बनेगा। तब उन्होंने 195 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की। जब सरकार बदली तो 2014 में जेपी नड्डा से मुलाकात की तो उन्होंने मुझे आश्वस्त किया कि शिवपुरी मेडिकल कॉलेज वहीं रहेगा और जरूर बनेगा। यह मेरे मन में हठ था कि शिवपुरी में मेडिकल कॉलेज बनाना है और इसे पूरा भी किया। ऐसा अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज शायद ही प्रदेश में दूसरा हो। यहां पर अमेरिका, ब्रिटेन आदि देशों से अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं और तकनीक में यह किसी से भी पीछे नहीं है। अभी यहां पर 60 प्रतिशत क्षमता पूरी कर ली है और अब यह यहां के चिकित्सकों और स्टूडेंट्स की जिम्मेदारी है कि लोगों को बताएं कि यह कॉलेज कितना अच्छा है। इससे प्रदेश के अन्य जगह के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी भी यहां आएंगे।
तीसरी लहर के बारे में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कल ही ग्वालियर में डेढ़ घंटा चिकित्सकों के साथ बैठक की है। उसमें चर्चा हुई कि तीसरी लहर आएगी तो उसकी तैयारी कैसे करना है। सबसे बड़ी चुनौती तीसरी लहर में अस्पताल के बेड नहीं होगी, ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होगी और न ही दवाओं की कमी रहेगी। तीसरी लहर में सबसे बड़ी कमी डॉक्टर और नर्सों की संख्या रहेगी। इस संख्या को हमें बढ़ाना होगा और क्षमतावान लोगों को आगे करना होगा। तीसरी लहर की जब हम तैयारी कर रहे हैं तो हमें सावधानी बरतनी होगी। जब पुराने जमाने में युद्ध पर जाते थे तो ढ़ाल और तलवार दोनों की जरूरत होती है। मास्क आपकी ढ़ाल है और वैक्सीन तलवार। यदि तलवार है और ढ़ाल नहीं तो भी काम से जाओगे या फिर ढ़ाल है पर तलवार नहीं तो भी बात नहीं बनेगी। इसलिए दोनों जरूरी हैं। इसके बाद सिंधिया जिला अस्पताल गए। दोनों जगहों पर कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित भी किया।