तालेड़ा-मुनि पुंगव सुधासागरजी महाराज ने संयम को सबसे बड़ा तप बताया एवम समाजजनाें को संयम के साथ जीवन जीने का संदेश दिया। शिलोदय तीर्थ सिलोर से उन्हाेंने चांदखेड़ी विहार के लिए प्रस्थान कर दिया है।
शनिवार सुबह तालेड़ा कस्बे में आगमन पर सकल जैन समाज द्वारा प्रवचन सभा आयोजित की गई, जिसमें महाराजश्री ने कहा कि जीवन में संयम से बड़ी कोई तपस्या नहीं है। संयम से बड़ा कोई विकल्प नहीं है, इंसान को संयम ही सबसे बड़ी आराधना मानकर सामाजिक जीवन जीना चाहिए। उन्हाेंने समाजबंधुओं से आग्रह किया कि वह अपने परिजनों को देवदर्शन के लिए प्रेरित करें। रोजाना मंदिर जाएं, मंदिर भगवान के लिए नहीं बनाए गए हैं। मंदिर श्रावक के पूजा-आराधना करने के लिए बनाए गए हैं। पूजा-आराधना करने से आत्मिक शुद्धि होती है और जीवन में आदमी गलत काम करने से बचता है। तंबाकू-गुटखा खाने वाला व्यक्ति जैनधर्म के पुण्य प्राप्त करने का अधिकारी नहीं है। जैनकुल में जन्म लेने वाले व्यक्ति को हर प्रकार के व्यसन से दूर रहना चाहिए। महाराज ने युवा पीढ़ी में धार्मिक, संस्कृति व संस्कार की भावना जागृत करने को कहा।
महाराज के अनुसार व्यक्ति को सत्य एवं धर्म की राह पर चलना चाहिए। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। अच्छे काम की शुरुआत करने से पहले प्रभु व गुरु का ध्यान करना चाहिए।
आहारचर्या देखने उमड़ी भीड़
धर्मसभा के बाद महाराजजी की आहार चर्या देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। समाजजनों ने विधि-विधान के साथ महाराजजी को आहार कराया। महाराजजी ने समाजबंधुओ काे कई प्रकार के संकल्प दिलवाए। आसपास के गांवाें से दूसरे समाजजनाें ने भी आकर महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
चरण रज पाकर धन्य हुए लोग
तालेड़ा आगमन पर नगर वासियो ने भव्य अभिनंदन किया। पूर्व विधायक स्वर्गीय नाथूलाल गुर्जर के पुत्र भाजपा नेता अजय गुर्जर के नेतृत्व में कई समाज के प्रमुख लोगों ने महाराजजी के पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद लिया। सकल जैन समाज द्वारा कस्बे के मुख्य बाजार में पग-पग पर मुनिश्री का भव्य अभिनंदन कर अगवानी की गई। धर्मसभा के दौरान ग्राम न्यायालय के न्यायाधीश लव प्रजापति ने पद प्रक्षालन दीप प्रज्ज्वलित कर धर्मसभा की शुरुआत की। उपप्रधान राधेश्याम गुर्जर, सिलोर तीर्थ के पदाधिकारी अनिल जैन, कोटा जैन समाज अध्यक्ष व राकेश जैन मड़िया द्वारा आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र का अनावरण किया गया। महाराजश्री द्वारा शाम को तालेड़ा से कोटा के लिए विहार किया गया। इस दौरान तालेड़ा समाजबंधुओ द्वारा महाराजश्री को कोटा की सीमा में प्रवेश करवाया।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी
