दिल्ली-स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुपोषण का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने बताया कि आने वाले वक्त में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी पोषणयुक्त चावल देने की योजना है. इसमें सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत ऐसा करेगी.
लाल किले से PM मोदी ने कहा, 'सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी. राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा.'
पीएम मोदी का कुपोषण पर चिंता जताना कितना सही है, यह हाल में आए एक आंकड़े से समझ आता है. इसमें बताया गया था कि देश में 10 लाख बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं. दरअसल, यह रिपोर्ट इसलिए चिंता पैदा करती है क्योंकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बारे में कहा जाता है कि यह बच्चों पर ज्यादा असर डालेगी. ऐसे में अगर बच्चे कुपोषित होंगे तो खतरा और ज्यादा बढ़ जाएगा.
