आगरा-जनसंख्या विस्फोट झूठे विकास से हो रहा है, वर्तमान के विकास ने पर्यावरण को प्रदूषित कर इस धरती को रहने योग्य नहीं छोडा है। अगर इन्सान बिना प्रकृति की छेडछाड किये गांव, खेत , जंगलो मे पूर्व की तरह रहे तो आज भी इस धरती पर रहने के लिए एक से एक सुन्दर स्थान हैं।
यह बात शान्तिनाथ दि जैन मन्दिर, एम डी जैन इन्टर कालेज, आगरा मे चल रही पार्श्वकथा के दौरान अर्हम योग प्रणेता प्रणम्य सागर जी महाराज ने कही। उन्होनें कथा के चौथे अधिकार मे वज्रभाऊ राजा के बारे मे चर्चा करते हुये कही। उन्होंने भगवान की प्रतिमा की पूज्यता के बारे मे बताते हुये कहा कि प्रतिमा के दर्शन पुण्य बन्ध का कारण है। क्योंकी शुभ निमित्त से शुभ भाव आते हैं, और शुभ भाव से पुण्य बन्ध होता है। उन्होंने जीवन मे विनयशीलता लाने का भी उपदेश दिया। मंच का संचालन मनोज कुमार जैन कमलानगर ने किया।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमडी