योगेंद्र जैन पोहरी : मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा गांवों में रहने वाले लोगों की समस्याओं की शिकायतों के निराकरण के लिए बनाई गई सीएम हेल्पलाइन शिवपुरी जिले में दम तोड़ रही है । ग्रामीणों द्वारा इस हेल्पलाइन पर कई शिकायतें भी की गई, लेकिन जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता की वजह से समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है । प्रशासनिक अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन के जरिए ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायतों से कोई सरोकार नहीं है, जिसकी वजह से जिले भर में हज़ारों शिकायतें लंबित पड़ी है । ज्यादातर शिकायतें ऊर्जा, पुलिस, राजस्व, वित्त, लोक शिक्षण और पंचायती राज विभाग की है ।. ग्रामीणों के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों ने सीएम हेल्पलाइन को मजाक बनाया हुआ है । ग्रामीणों ने बताया कि सीएम हेल्प लाइन में की गई शिकायत एल वन, एल टू, एल थ्री से एल फॉर तक जाती है फिर महीनों जाने के बाद ये शिकायतें एल वन में आकर रह जाती है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाता । जिले के कलेक्टर भी सीएम हेल्पलाइन को लेकर गंभीर नहीं है जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लंबित मामलों के त्वरित निराकरण के आदेश जारी किए थे, और सीएम हेल्पलाइन मुख्यमंत्री की एक महत्वाकांक्षी योजना में से एक है बावजूद इसके अधिकारियों की उदासीनता के कारण आम आदमी परेशानी उठा रहा है ।
कई मामले ऐसे भी है जिनमे अधिकारियों द्वारा शिकायत कर्ता को जबाव देने की बजाय खुद ही गलत जबाब डालकर शिकायत को बंद करने का काम करते है ।
सीएम हेल्पलाइन आम आदमी की परेशानियों को दूर करने और सुशासन की मिसाल कायम रखने के लिए शुरू हुई थी लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण परेशानी का सबब बनती जा रही है । शासन द्वारा जनहितैषी योजना जो जनता की सुविधा के लिए बनवाई गई सीसी रोड,चेक डैम, रपटा में जमकर हो रहे भस्टाचार के खिलाफ जब अधिकरी नही सुनते तो जनता को सीएम हेल्पलाइन का सहारा मिला लेकिन उसी को जिले में बैठे अधिकारी गुमराह कर रहे हैं इसमे जिला कलेक्टर भी कोई रुचि नही दिखाई देती है जबकि बिना मौके पर जांच कर शिकायत को बंद किया जा रहा है ।