पोहरी। पोहरी नगर में जैन धर्म के चौबीसवे तीर्थकर भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक बड़े ही धूम धाम से श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पोहरी में मनाया गया ,प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक प्राचीन दिगम्बर जैन मंदिर पर बड़े ही धाम से मनाया गया प्रेस को जारी विज्ञप्ती में योगेन्द्र जैन पत्रकार ने बताया कि अहिंसा धर्म के पुजारी व् विश्व को जीओ व् जीने के मार्ग पर चलने का उपदेश देने वाले 24 वें तीर्थकर भगवान स्वामी का जन्म जयंती है
पोहरी जैन समाज द्वारा भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक बड़े ही धूम धाम व् हर्ष उल्लसा के साथ श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र किले अंदर मनाया गया ,सुबह भगवान का अभिषेक जैन समाज द्वारा किया गया इसके बाद शांति धारा भक्तो द्वारा की गयी भक्ति भाव से पूजा पाठ करने के बाद सुबह 8 बजे किले मंदिर से जैन समाज द्वारा हाथ में शांति का प्रतीक धर्म ध्वज लेकर प्रभात फेरी जैन समाज ने शुरू की जिसमे जैन समाज के सेकड़ो भक्त शामिल हुए नन्हे बच्चे साथ मे धर्म ध्वज लेकर आगे चल रहे थे
महिलाये मंगल भजन गाकर भगवान के जयकारे लगाकर प्रभात फेरी मे साथ चल रही थी प्रभात फेरी किले मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्ग कटारा मोहल्ला,जल मंदिर रोड,मैन बाजार होते हुए चौराहा से श्री चंद्रप्रभु जिनालय होते हुए प्राचीन मंदिर किले अंदर पुहंची प्रभात फेरी का जगह जगह जैन समाज द्वारा स्वागत भी किया गया और भगवान महावीर स्वामी के जयकारों से गुजमान हो गया, भगवान महावीर स्वामी के जीओ व् जीनों दो के सिद्धात को जैन समाज पालन करता आ रहा है।
संपूर्ण विश्व आज भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक माना गया जैन मंदिर किले अंदर पर भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक कैसे मनाया जाए इस पर विनीत जैन शास्त्री द्वारा प्रकाश डाल गया भगवान महावीर कैसे बने, विश्व उसके जिओ एवं जीने दो के सिंद्धात पर चल रहा है अहिंसा धर्म का पालन करने का उपदेश दिया, इसी दौरान लक्ष्मण लाल जैन द्वारा भी भगवान महावीर स्वामी के बारे मे अपने विचार प्रकट किए भगवान महावीर के मार्ग पर कैसे चले इस वारे मे बताया।