शिवपुरी। कांग्रेस नेता एवं बदरवास जनपद उपाध्यक्ष रामवीर सिंह यादव ने सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी करते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि 21 सितम्बर को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मानस भवन में आयोजित कार्यक्रम में शरीक होकर लौटने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा काले झंडे दिखाने से भाजपा का असली चेहरा उजागर हुआ है। क्योंकि सांसद श्री सिंधिया को काले झंडे भाजपा के दो कार्यकर्ता एक अतुल सिंह दूसरे गोपाल श्रीवास्तव ने दिखाए थे। दोनों भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सांसद सिंधिया को काले झंडे दिखाने के बाद ऐसा लगता है कि यह भाजपा का प्रायोजित कार्यक्रम था, क्योंकि सांसद सिंधिया प्रदेशभर में अपनी साफ-स्वच्छ छवि के लिए जाने जानते हैं और कांग्रेस से वह प्रदेश में स्टार प्रचारक के रूप में है जिससे भाजपा की बौखलाहट साफ नजर आ रही है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा एससी-एसटी एक्ट पर राजनीति कर रही है क्योंकि एससी-एसटी एक्ट में भाजपा द्वारा ही संशोधन कराया गया, वहीं उसी के कार्यकर्ता दबे पांव विरोध दर्ज करा रहे हैं। झंडे दिखाने के दौरान हुई झड़प का मामला कोतवाली पहुंचा था तभी अतुल सिंह के साथ भाजपा पदाधिकारियों में आशुतोष शर्मा, केपी परमार सहित अन्य छोटे-मोटे कार्यकर्ता शामिल रहे। सूत्रों की माने तो यह पूरा कार्यक्रम भाजपा के इशारे पर हुआ है तो क्या इससे यह मान लिया जाए कि भाजपा के प्रदेश से लेकर क्षेत्र तक के नेता को सिंधिया को नीचा दिखाने के लिए लगा दिया गया है। अतुल श्रीवास्तव भाजपा में आईटी सेल के जिला सहसंयोजक बताए जा रहे हैं।
