इंजीनियर के घर छापा

कल शाम लगभग 5 बजे ,ग्वालियर शहर के पॉश इलाके गांधीनगर में रह रहे एक इंजीनियर के घर छापामार कार्यवाही हो गयी, आयकर विभाग की टीम के इंजीनियर के घर में दाखिल होते देख मोहल्ले में अफरा तफरी मच गई ।खबरों के मुताबिक इंजीनियर मध्यप्रदेश के बेरोजगारी विभाग में विगत 7 वर्ष से काम कर रहा है , यह नियुक्ति मौजूदा सरकार के विकास कार्य की ही देन है कि उसने अपने राजनेताओं की काली कमाई को सफेद करने के लिए रेबड़ी की तरह इंजीनियरिंग कॉलेज की मान्यता बाँट दी । इंजीनियर के किराये के मकान में आयकर पुलिस के साथ अपनी पूरी मुश्तैदी के साथ दाखिल हुई और ताबड़तोड़ पड़ताल शुरू कर दी । पड़ताल के दौरान टर्म को इंजीनियर के पास बेशकीमती समान के रूप में दो - चार बर्तन, ताश की गड्डी, सिगरेट के खाली पैकेट के अलावा शराब और बियर की खाली बोतलें भी बरामद हुई हैं ।
पूरे कमरे में समान बेपरवाह बिखरा पड़ा हुआ था, जब पुलिस ने चेक किया तो बिस्तर के नीचे से रद्दी अखबार और पिछले सेमेस्टर की कुछ किताबें भी मिलीं,मौका ए बारदात से आयकर विभाग की टीम ने सारा सामान अपने कब्जे में लेकर एक कबाड़ी को सौंप दिया ताकि बेहतर चेकिंग के लिए कमरे को साफ किया जा सके । टीम ने इंजीनियर के कमरे से लैपटॉप को अपने कब्जे में ले लिया है और साइबर सेल की टीम ने लैपटॉप से फ़िल्म और गेम के पूरे डेटा को सील कर लिया है । महत्वपूर्ण जानकारी ये भी हाथ लगी है कि टीम को इंजीनियर के कमरे से सांस्कृतिक गतिविधियों की सीडी के साथ मनोरंजन की कुछ किताबें भी हाथ लगीं हैं जिन्हें टीम ने अपने कब्जे में ले लिया है और इंजीनियर के हाथ आते ही पुलिस इन सब सामान के विक्रेता तक पहुंचने की कोशिश करेगी ।
जब टीम इंजीनियर के घर पहुंची तब इंजीनियर घर से फरार था ,विश्वस्त सूत्रों की मानें तो उस समय इंजीनियर पप्पू चाय वाले के यहाँ चाय ,सिगरेट पीने गया हुआ था, मोहल्ले वालों का कहना था कि इंजीनियर गोलू के घर पर आए दिन शहर के सभी नामी गिरामी बेरोजगार इंजीनियरों का जमघट लगा रहता था और सरकार की बेरोजगारी जैसी उपलब्धि देने को लेकर सरकार को कोसते रहते थे, उनका कहना था कि उनकी टीम में न केवल लड़के ही शामिल हैं बल्कि वे लड़कियाँ भी है जिन्हें उनके माता पिता ने दहेज के लिए इकट्ठे किए गए पैसों से शहर की सुविधाओं से परे नामचीन कॉलेज से डोनेशन देकर इंजीनियरिंग कराई थी । इंजीनियर इतने लंबे समय से एक ही विभाग में कार्यरत है इसके पीछे सरकार में हुए घोटालों का हाथ बताया जा रहा है ।टीम अगले दो दिनों तक इंजीनियर के विभिन्न अड्डों चाय का ठेला,सिगरेट की दुकान के अलावा शराब की दुकानों के साथ ही जुए के अड्डों पर भी छापा मारेगी ताकि उसे गिरफ्तार किया जा सके । उधर नाम न छापने की शर्त पर इंजीनियर गोलू के मित्र जो कि अभी इंजिनीरिंग कर रहा है ,ने बताया कि गोलू इस फिराक में है कि उसे गिरफ्तार कर लिया जाए और उसे सलाखों के पीछे डाल दिया जाए ताकि उसे दो वक्त की रोटी नसीब हो सके । समाचार लिखे जाने तक गोलू का कोई पता नहीं चल सका,पुलिस और आयकर विभाग की टीम लगातार अपनी ख़ुफ़िया तंत्रों का प्रयोग कर रही है, वहीं इंजीनियर गोलू के परिजन खुशी से गदगद हैं कि अब उनका बेटा बेरोजगार भले ही है लेकिन जेल में उसे दो वक्त की रोटी नसीब हो सकेगी । हमारे संवाददाता ने जब शिक्षा मंत्री जोशी जी से बात करने की कोशिश की तो वे कॉलेज की हालातों पर कुछ भी बोलने से बचते रहे । बरामद हुए सामान से पुलिस को कुछ ऐसा हाथ लगा है कि इससे पता चलता है कि बेरोजगार युवकों का प्रयोग मुख्य विपक्षी दल इस समय अपने राजनैतिक हित के लिए कर रहे हैं ।.  

इंजी. वीरबल सिंह "वीर"
( लेखक एवं कवि )

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