कैलाश कुशवाह
पोहरी विधानसभा जिले की एक ऐसी विधानसभा है जहां शुद्व रूप से जातिगत चुनाव होता है। यहां मुख्य रूप से धाकड और ब्राहम्णो की वर्चस्व की लड़ाई होती है। मप्र के सक्रिय राजनीतिक दल भी धाकड और ब्राह्मण प्रत्याशी को ही टिकिट देती है, पिछले कई विधानसभा इसी गणित पर लडे गए है।
यहाँ माने तो दिग्गज नेताओं में प्रहलाद भारती ओर हरिवल्लब शुक्ला दो ऐसे नामी नेता है जिनको मात देने मुश्किल होगा लेकिन कैलाश कुशवाह ऐसे दिग्गज नेताओं को भी टक्कर दे सकते है। अगर राजनीति के वर्तमान के परिदृश्य की बात करे तो पोहरी विधानसभा में तीसरी जाति का उदय हो चुका है। इस बार यह मांग भी उठ रही है कि प्रत्याशी का चेहरा नया होना चाहिए।
जानकारी के अनुसार कैलाश कुशवाह पिछले 2 वर्ष से पोहरी क्षेत्र में सक्रिय है। लगातार जनसंपर्क कर रहे है। अपने समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी उनके साथ सतत संपर्क में है। सूत्रों के अनुसार इनकी नजर पिछड़े के क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क चल रहे है। व्यक्तिगत रूप से कैलाश कुशवाह मिलनसार और सहज होने के कारण पोहरी क्षेत्र में एक लोकप्रिय नेता होते जा रहे है। टिकिट की दौड में यह अन्य बड़े बड़े दिग्गज नेताओं को भी टक्कर देने मैदान में तैयार हो गए है।