राजनीतिक हलचल-विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से शिकस्त खा चुकी भाजपा अब लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर रही है । भाजपा के "माफ करो महाराज-हमारा नेता शिवराज" को पलटकर "माफ करो शिवराज-हमारा नेता महाराज" कर दिया लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने कमलनाथ को सूबे की राजनीति की गद्दी सौंप दी । इसके बाद जनमानस के बीच निराशा फैल गई और अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगी । हाल ही में सिंधिया को राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाकर संतुष्ट किया गया है ।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद से ही सिंधिया को उनके ही गढ़ में घेरने की रणनीति भाजपा बना रही है, इसके लिए शिवराज सिंह को गुना - शिवपुरी से सिंधिया के खिलाफ उतारने के कयास लगाए जा रहे हैं । महाराज यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमीन पर आज शिवराज सिंह का आना इस बात का संकेत दे गया कि शिवराज सिंधिया के साथ चुनावी मैदान में हाथ आजमाने तैयार है । शिवराज सिंह इससे पूर्व में दिग्विजयसिंह के खिलाफ राघौगढ़ विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ चुके हैं वो बात अलग है कि हार हाथ लगी । आज पिछोर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे प्रीतम सिंह लोधी की भूख हड़ताल का समर्थन करने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पिछोर पहुंचे और मौजूदा कमलनाथ सरकार पर जमकर बरसे । सड़क मार्ग से पिछोर तक शिवराज सिंह उन रास्तों से गए जो गुना संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आए । सभा में आना तो एक बहाना था शिवराज सिंह गुना की नब्ज टटोलने के लिए आए थे ।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद से ही सिंधिया को उनके ही गढ़ में घेरने की रणनीति भाजपा बना रही है, इसके लिए शिवराज सिंह को गुना - शिवपुरी से सिंधिया के खिलाफ उतारने के कयास लगाए जा रहे हैं । महाराज यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमीन पर आज शिवराज सिंह का आना इस बात का संकेत दे गया कि शिवराज सिंधिया के साथ चुनावी मैदान में हाथ आजमाने तैयार है । शिवराज सिंह इससे पूर्व में दिग्विजयसिंह के खिलाफ राघौगढ़ विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ चुके हैं वो बात अलग है कि हार हाथ लगी । आज पिछोर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे प्रीतम सिंह लोधी की भूख हड़ताल का समर्थन करने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पिछोर पहुंचे और मौजूदा कमलनाथ सरकार पर जमकर बरसे । सड़क मार्ग से पिछोर तक शिवराज सिंह उन रास्तों से गए जो गुना संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आए । सभा में आना तो एक बहाना था शिवराज सिंह गुना की नब्ज टटोलने के लिए आए थे ।