बूंदी-शहर की मधुबन कॉलोनी में नवनिर्मित श्रीमुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन बघेरवाल मन्दिर में शुक्रवार को अपनी प्रवचनसभा में मुनि श्री विश्रांतसागर जी महाराज ने कहा कि जिस तरीके की भव्यता के साथ पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव हुआ और इसमें श्रावकों के भावों की निर्मलता रही, यदि इसी प्रकार की निर्मलता सभी प्राणियों की सदैव बनी रहे तो संसार में कभी दुख देखने को नहीं मिलेगा।
मुनिश्री ने कहा कि राई के दाने बराबर जिन प्रतिमा विराजमान करने पर और धनिया बराबर जिन मंदिर बनवाने पर असीम पुण्य का बंध होता है तो जो लोग विशाल जिन मंदिर बनवाकर और विशाल जिनप्रतिमा विराजमान करते हैं, वे नियम से पुण्यशाली जीव होते हैं। मुनिश्री ने महामस्तकाभिषेक महोत्सव में मधुबन कॉलोनीवासियों को नियम से नित्य अभिषेक करने का नियम दिलाया। वेदी में विराजमान सभी प्रतिमाओं का प्रथम बार महामस्तकाभिषेक किया गया। जिसमें महाराज ससंघ का सानिध्य प्राप्त हुआ।
महामस्तकाभिषेक हुआ
शहर के सिलोर रोड स्थित मधुबन कॉलोनी में बने नवनिर्मित दिगंबर जैन मंदिर में आज विश्रांत सागर जी महाराज के सानिध्य में भगवान सुब्रत नाथ स्वामी की प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक किया गया। सुबह नित्य नियम की पूजा के कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें समाजजनों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अभिषेक के दौरान संगीतमय पूजा अर्चना हुई। भजनों की स्वर लहरियों के बीच श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। पंचकल्याणक कार्यक्रम के बाद यह पहला महामस्तकाभिषेक हुआ।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
मुनिश्री ने कहा कि राई के दाने बराबर जिन प्रतिमा विराजमान करने पर और धनिया बराबर जिन मंदिर बनवाने पर असीम पुण्य का बंध होता है तो जो लोग विशाल जिन मंदिर बनवाकर और विशाल जिनप्रतिमा विराजमान करते हैं, वे नियम से पुण्यशाली जीव होते हैं। मुनिश्री ने महामस्तकाभिषेक महोत्सव में मधुबन कॉलोनीवासियों को नियम से नित्य अभिषेक करने का नियम दिलाया। वेदी में विराजमान सभी प्रतिमाओं का प्रथम बार महामस्तकाभिषेक किया गया। जिसमें महाराज ससंघ का सानिध्य प्राप्त हुआ।
महामस्तकाभिषेक हुआ
शहर के सिलोर रोड स्थित मधुबन कॉलोनी में बने नवनिर्मित दिगंबर जैन मंदिर में आज विश्रांत सागर जी महाराज के सानिध्य में भगवान सुब्रत नाथ स्वामी की प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक किया गया। सुबह नित्य नियम की पूजा के कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें समाजजनों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अभिषेक के दौरान संगीतमय पूजा अर्चना हुई। भजनों की स्वर लहरियों के बीच श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। पंचकल्याणक कार्यक्रम के बाद यह पहला महामस्तकाभिषेक हुआ।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी