सागर-भाग्योदय तीर्थ परिसर में शुक्रवार को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने धर्मसभा में कहा की कन्याओं को ना सोर होती है और ना ही सूतक लगती है। आपने उसे पाला और पोसा है और फिर कन्यादान कर दिया, जो देने योग्य था वह दे दिया। आचार्य श्री ने बताया कि पिता कन्या के घर जाता है तो कुछ खाता पीता नहीं है बल्कि कन्या के घर जब वो आ जाएगा तो खाली हाथ नहीं बल्कि कुछ लेकर जाएगा और हमेशा उसकी समृद्धि के लिए भगवान से कामना करेगा। ससुर बनने के बाद कन्या दामाद की समृद्धि ससुर के लिए महत्वपूर्ण होती है क्योंकि कहने को होता है कि यह उस लड़की के पिता है या उस लड़के के ससुर हैं और उस हस्ताक्षर के माध्यम से ही पहचान बढ़ती रहती है। ससुर सिर्फ त्याग करता है और हमेशा देने का काम करता है। आचार्य श्री ने कहा हमारी सरकार तो भगवान है और कोई नहीं, आप लोगों की सरकारें होती हैं। हमारी सरकार कभी गलती नहीं करती।
भाग्योदय में स्वास्थ्य शिविर आज से
भाग्योदय तीर्थ परिसर सागर में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर शनिवार और रविवार को छोटे पंडाल में आयोजित होगा। इसमें आर्युवेदिक पद्धति से डॉक्टरों द्वारा मरीजों का इलाज किया जाएगा जिसमें योग, एक्यूप्रेशर के अलावा काढ़ा पिला कर मरीजों को स्वस्थ रहने के तरीके बताए जाएंगे।
भाग्योदय में रविवारीय प्रवचन 3 को
भाग्योदय तीर्थ परिसर में आचार्य विद्यासागर महाराज की मंगल देशना 3 फरवरी को दोपहर 2 बजे से बड़े पंडाल में होगी।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
भाग्योदय तीर्थ परिसर सागर में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर शनिवार और रविवार को छोटे पंडाल में आयोजित होगा। इसमें आर्युवेदिक पद्धति से डॉक्टरों द्वारा मरीजों का इलाज किया जाएगा जिसमें योग, एक्यूप्रेशर के अलावा काढ़ा पिला कर मरीजों को स्वस्थ रहने के तरीके बताए जाएंगे।
भाग्योदय में रविवारीय प्रवचन 3 को
भाग्योदय तीर्थ परिसर में आचार्य विद्यासागर महाराज की मंगल देशना 3 फरवरी को दोपहर 2 बजे से बड़े पंडाल में होगी।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी