योगेन्द्र जैन पोहरी-पोहरी से 22 किमी दूर घने जंगलों के बीचों बीच बसा प्राचीन मंदिर व मंदिर के पास से बहने वाला झरना पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है बात की जाए तो लगभग 40 से 50 फिट ऊँचाई के गिरने वाला झरना 12 माह ही गिरता है पर बारिशों के दिनों में पवा स्थल पर पर्यटको को संख्या प्रतिदिन हजारों में हो जाती है शिवपुरी जिले एव ग्वालियर से भी इस झरने का लुप्त उठाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पवा पर आते है और अपने परिवार के साथ इस झरने का लुप्त उठाते दिखाई देते है इस झरने का 40 फिट की ऊँचाई से गिरने के कारण पर्यटको को अपनी ओर खींच कर ले आता है और आनंद के साथ इस पवा झरने का परिवार ले साथ लुफ्त उठाते है
गम्भीर हादसे के इन्तजार में प्रशासन-पवा स्थल घने जंगल मे होने के बाद बारिशों के दिनों में इस झरने पर पर्यटको की संख्या बढ़ने लगती है जबकि प्रशासन द्वारा कोई भी फुख्ता इन्तजार जाम पवा स्थल पर नही किया है बीच नदी में परिवार के साथ लोग नहाते हुए यहां दिखाई देते है यदि नदी का जल स्तर बढ़ गया तो क्या होगा ।जबकि पूर्व में भी एक गभीर हादसा ग्रामीणों की बजह से टला गया और बीच नदी में फसे लोगो को सुरक्षित ग्रामीणों की सहायता से निकाला जा चुका है उसके बाद भी बारिशों के दिनों में अभी तक प्रशासन ने इस पवा स्थल पर सुरक्षा की कोई इंतजाम नही किया है लगता है प्रशासन कोई बड़े हादसे का इंतजार करता हुआ दिखाई दे रहा है यदि समय रहते प्रशासन नही जागा तो बारिशों के दिनों में गभीर हादसा घटित न हो जाये